ठंड से कोल्ड डायरिया की चपेट में आ रहे मासूम
Maharajganj News - महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। ठंड में कोल्ड डायरिया के मरीजों में इजाफा हो गया है।

महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। ठंड में कोल्ड डायरिया के मरीजों में इजाफा हो गया है। इस बीमारी से विशेषकर मासूम पीड़ित हो रहे है। जिला अस्पताल में दो दिन में सर्दी-जुकाम, उल्टी और कंपकंपी से पीड़ित 12 मासूम भर्ती हुए हैं। इनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही हैं। ओपीडी में डॉक्टर इलाज के साथ मासूमों को ठंड से बचाने की सलाह दे रहे हैं।
जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती लक्ष्मीपुर शिवाला निवासी अथर्व (3 माह), सिसवा बाजार निवासी (2 माह), लक्ष्मीपुर निवासी (4), चौक बाजार निवासी फजल(2 माह), बड़हरा मीर निवासी शालू (11), नरायनपुर निवासी जिया पटेल और अमरूतिया निवासी अंकित (8) के परिजनों ने बताया कि पहले सर्दी-जुकाम के बाद बार-बार उल्टी होने लगा। इतना ही नही अब कंपकपी भी हो रही है। प्राथमिक इलाज के बाद हालत में सुधार नही होने पर जिला अस्पताल लाया गया। डॉक्टर कोल्ड डायरिया बता रहे हैं। नियमित सात दिन इलाज लेने की सलाह दिया है। पूरी तरह ठीक होने के बाद डॉक्टर की सलाह पर घर ले जाया जाएगा।
आईसीयू में भर्ती 26 मासूमों में 12 कोल्ड डायरिया पीड़ित हैं शामिल
जिला अस्पताल में 31 बेड का आईसीयू वार्ड संचालित हैं। इसमें पांच बेड वाले कक्ष को इंसेफेलाइटिस पीड़ितों के लिए सुरक्षित किया है गया है। 26 बेड पर 26 मासूम भर्ती हैं। इसमें 12 मासूम कोल्ड डायरिया के शामिल हैं।
प्रतिरोधक क्षमता कम होने से कोल्ड डायरिया की चपेट में आ रहे मासूम
जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ आईसीयू इंचार्ज डॉ. राकेश रमन का कहना है कि ठंड और वायरस के कारण कोल्ड डायरिया होता है। ठंड में इम्यूनिटी कमज़ोर होने के कारण बच्चे कोल्ड डायरिया की चपेट में आ रहे है। पानी कम पीने से मासूमों की शरीर में पानी की कमी हो जारी है। ऐसी स्थिति में मासूमों की स्थिति गंभीर हो सकती है।
सावधानी नहीं बरतने पर कोल्ड डायरिया की चपेट में आ रहे मासूम
जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विशाल चौधरी ने बताया कि प्रतिरोधिक क्षमता कम होने के चलते मासूम बहुत जल्द कोल्ड डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। बीमारी से पाल्यों को बचाने के लिए ठंड से बचाना जरूरी है। स्तनपान करा रही माताओं को गुनगुने पानी का सेवन करें। मासूम को पूरी शरीर गरम कपड़ा से ढ़के रहें। बहुज जरूरी होने पर ही बच्चों को बाहर जाने दिया जाय। स्वास्थ्य प्रभावित होने पर तत्काल डॉक्टर से सलाह लें।
कोल्ड डायरिया के लक्षण
एक दिन में दो से तीन बार दस्त और उल्टी होना, ठंड लगने के साथ बुखार आना, शरीर में दर्द होना, भूख न लगना, सुस्ती रहना और पेट दर्द कोल्ड डायरिया का लक्षण है।
ठंड में हर आयुवर्ग के लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। इससे अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक हो गई है। दवा स्टाक करने के साथ ठंड से बचाने के सभी उपाय किए गए हैं।
डॉ. एपी भार्गव, सीएमएस जिला अस्पताल
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