कलक्ट्रेट में शिक्षकों ने प्रेरणा एप गो-बैक का लगाया नारा
12 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर कलेक्ट्रेट में तीन दिवसीय धरना के अंतिम दिन शिक्षकों ने सेल्फी लेकर प्रेरणा एप से हाजिरी का पुरजोर विरोध किया। कहा कि प्रेरणा एप शिक्षकों को स्वीकार्य नहीं है। प्रदेश...
12 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर कलेक्ट्रेट में तीन दिवसीय धरना के अंतिम दिन शिक्षकों ने सेल्फी लेकर प्रेरणा एप से हाजिरी का पुरजोर विरोध किया। कहा कि प्रेरणा एप शिक्षकों को स्वीकार्य नहीं है। प्रदेश सरकार अपना आदेश वापस ले। कोई भी शिक्षक अपने मोबाइल में इस एप को डाउनलोड नहीं करेगा। शिक्षकों पर हो रहे अत्याचार, उत्पीड़नात्मक आदेश व शिक्षक हित को लेकर संघर्ष जारी रहेगा। प्रांतीय स्तर से लेकर जमीनी स्तर तक के संगठन प्रेमी रणभेदी बजाकर मैदान में कूद गए हैं।
धरने को संबोधित करते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष केशव मणि त्रिपाठी ने कहा कि सरकार शिक्षकों के उपर नित नए नियम लागू कर रही है। सरकार अपने हठधर्मिता से बाज नहीं आ रही है। पुरानी पेंशन को छीन शिक्षकों के उपर तरह तरह का प्रयोग किया जा रहा है। सभी सरकारी कार्य की जिम्मेदारी शिक्षकों पर डाल दी गई है। शिक्षा व्यवस्था को सरकार सबसे गौड़ मान रही है। सरकार की इस तरह की नीतियों के चलते शिक्षा व्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है। इसके लिए सरकार में बैठे नीति नियंता जिम्मेदार हैं। जिला मंत्री सत्येन्द्र कुमार मिश्र ने कहा कि लोकतंत्र में हम अपने समाज का हक मांगने के लिए संघर्षरत हैं। शिक्षा अधिकार अधिनियम के सभी प्राविधानों को सरकार लागू करे। वेतन विसंगतियों को दूर करते हुए अंर्तजनपदीय स्थानांतरण करे। जिले में शिक्षकों के हजारों पद रिक्त हैं। बिना किसी भत्ते के शिक्षकों से अतिरिक्त कार्य लिया जा रहा है। यह अन्याय है। धरना को संबोधित करते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ के सदर ब्लाक अध्यक्ष बैजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार पहले विद्यालय में पद के सापेक्ष शिक्षकों की तैनाती करे। विद्यालय में छात्रों के लिए मूलभूत सुविधाएं बहाल कराए। शिक्षक समस्याओं को दूर करे।