आधार लिंक मोबाइल नहीं तो 50 फीसदी किसान नहीं बेच पाएंगे धान
महराजगंज। निज संवाददाता खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में वहीं किसान सरकारी केंद्रों पर धान...

महराजगंज। निज संवाददाता
खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में वहीं किसान सरकारी केंद्रों पर धान बेच पाएंगे, जिनका आधार मोबाइल से लिंक होगा। लेकिन जिले में आधे से भी कम किसानों का आधार मोबाइल से लिंक है। ऐसे में समय रहते इन किसानों ने अपने मोबाइल नंबर को आधार लिंक नहीं कराया तो वह धान नहीं बेच पाएंगे। वहीं जिला विपणन विभाग ग्रामीणों को आधार लिंक कराने और पंजीकरण कराने पर जोर दे रहा है।
धान, गेहूं खरीद में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए इसबार किसान का आधार उनके मोबाइल नंबर से लिंक होना अनिवार्य किया गया है। इसमें सबसे बड़ी समस्या ये आ रही है कि किसानों ने कई साल पहले अपना आधार कार्ड बनवाया था। उस समय कई लोगों के पास मोबाइल नहीं था। जिससे उनके आधार में मोबाइल नंबर लिंक नहीं हो पाया। कई किसानों का आधार लिंक्ड तो है लेकिन उनका मोबाइल नंबर बंद हो गया है या बदल गया है। जिले में तकरीबन 25 हजार 50 हजार किसान सरकारी केंद्रों पर अपना धान गेहूं बेचते हैं। एक अनुमान के मुताबिक जिले में करीब 50 फीसदी से कम ऐसे किसान हैं जिनका आधार मोबाइल नंबर से लिंक नहीं है। ये किसान अभी अपने आधार को मोबाइल से लिंक कराने में रूचि भी नहीं दिखा रहे हैं। नवंबर से धान की खरीद शुरू होगी। जब आधार लिंक्ड नहीं रहेगा तो ये किसान अपना धान चाहकर भी सरकारी केंद्र पर नहीं बेच पाएंगे। उस समय आधार को लिंक कराने के उन्हें परेशान होना पड़ेगा। आधार को मोबाइल से लिंक कराने पर उसका अपडेट आने में 15 से 20 दिन लग सकते हैं। कई बार तो महिना भर लग जाता है। जिससे किसानों को अपना धान बेचने के लिए खूब परेशान होना पड़ेगा।
बिना आधार लिंक्ड के पंजीकरण नहीं होगा
बिना पंजीकरण के धान नहीं बिकेगा। नई व्यवस्था के मुताबिक आधार लिंक्ड होने पर ही पोर्टल पर किसान पंजीकरण हो सकेगा। किसान पंजीकरण के समय आधार से लिंक वाले मोबाइल पर ही ओटीपी जाएगा। ओटीपी को सबमिट करने पर ही पंजीकरण होगा। आधार से मोबाइल लिंक नहीं होगा तो पंजीकरण नहीं होगा।
सामान्य धान 1940 व ए ग्रेड का 1960 रुपये में बिकेगा
सरकार ने धान का जो समर्थन मूल्य निर्धारित किया है उसके मुताबिक कामन धान 1940 रुपये प्रति कुंतल की दर से किसान बेच सकेंगे। वहीं ए ग्रेड का धान बेचने पर 1960 रुपये मिलेगा।
किसानों को चाहिए कि वह जल्दी अपना आधार मोबाइल से लिंक करा लें। लिंक होने के बाद ही पंजीकरण भी होगा। कोई दिक्कत न हो इसलिए आधार में अंकित नाम, आधार नंबर, बैंक खाता नंबर, आईएफएससी नंबर, मोबाइल नंबर, खतौनी, खाता संख्या, भूमि का रकबा को सही सही भरें।
अखिलेश कुमार सिंह, डिप्टी आरएमओ
