महराजगंज | हिन्दुस्तान टीम
शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों को कई बार असफलता का मुंह देखना पड़ता है। इन शुरुआती असफलताओं को तरक्की की राह में बाधा न समझें। अगर उनके अंदर हौसला है और उन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ प्रयास किया है तो सफलता उनके कदम जरूर चूमेगी। बेटियां समाज में पनप रहीं विकृतियों व बुराईयों को किसी भी रूप में खुद पर हावी न होने दें। ये प्रेरक बातें हिन्दुस्तान मिशन शक्ति के दूसरे चरण में गुरुवार को रामभोली कन्या इंटर कालेज निचलौल में आयोजित स्कूल संवाद में पैनलिस्ट में शामिल शख्सियतों ने कहीं।
एसओ निचलौल इंस्पेक्टर निर्भय कुमार सिंह ने छात्राओं को बिना भटकाव एक लक्ष्य तय कर आगे बढ़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ स्वास्थ्य व व्यक्तित्व विकास के किसी अवसर को हाथ से न जाने दें। सभी को बार-बार मौके मिलते हैं। सामने आने वाले अवसरों को लपकें। सफलता की राह में मिलने वाली असफलताओं को अपनी हताशा का कारण कतई न बनने दें। कहा कि यदि कोई विपरीत परिस्थितियां आती हैं तो हेल्पलाइन नंबरों के सहारे पुलिस से तत्काल संपर्क करें। उनको तत्काल मदद पहुंचाई जाएगी। कॉलेज के प्रबंधक इं. आशीष मणि त्रिपाठी ने कहा कि वैदिक काल में लिंग भेद नहीं था। बाद में स्थितियां उलट हुईं, लेकिन फिर जागरूकता से महिलाओं को बराबरी का मौका मिल रहा है। महिलाओं को इसका पूरा सदुपयोग करना होगा। शिक्षिका कृति श्रीवास्तव ने कहा कि आत्मनिर्भर बनकर अपना निर्णय खुद ही लेना होगा। शिक्षिका प्रियंका त्रिपाठी ने सफलता की ऊंचाइयों को छू रहीं महिलाओं से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की सलाह दी।
बेटियों ने खूब पूछे सवाल : संवाद में छात्राएं काफी मुखर रहीं। पैनलिस्ट में शामिल शख्सियतों से उनके क्षेत्र के हिसाब से छात्राओं ने सवाल पूछना शुरू किया। पैनलिस्ट की ओर से भी जिज्ञासा शांत करने के पूरे प्रयास किए गए।
शख्सियतों ने दी सलाह
स्वास्थ्य पर ध्यान देते हुए आगे बढ़ें
स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मष्तिष्क का विकास होता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए साफ-सफाई पर ध्यान दें। स्नान व भोजन समय से करें और पूरी नींद सोएं। पढ़ाई का भी समय निश्चित रखें। अपने अभिभावक से अपनी हर बात जरूर शेयर करें।
- डॉ. राजेश द्विवेदी, सीएचसी अधीक्षक, निचलौल
मेहनत पर भरोसा रखें, हिम्मत न हारें
आज के जमाने में बच्चियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। सफल महिलाओं का अनुसरण सभी को करना चाहिए। कभी हिम्मत न हारें। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल की महिला डॉक्टर से अवश्य सलाह लें।
- डॉ. कालिन्दी सिंह, चिकित्सक, सीएचसी निचलौल
परेशानियां आने पर बिल्कुल न घबराएं
किशोरावस्था में बच्चियों में खून की कमी हो जाती है। शरीर में होने वाले परिवर्तन को लेकर गंभीर रहें। खून की कमी से शरीर में सुस्ती व कमजोरी रहती है। ऐसे में वे बिल्कुल न घबराएं। हरे साग व सब्जियों के साथ विटामिन सी भी लें।
- विजयलक्ष्मी गुप्ता, कॉउंसलर
महिलाएं स्वयं में एक शक्ति हैं
महिला सशक्तीकरण का मतलब महिलाओं को शक्तिशाली बनाना है। वे किसी भी दशा में खुद को कमजोर न समझें। कभी डरें नहीं। हमेशा हिम्मत से काम लें। कभी भी जरूरत पड़ने पर महिला हेल्पलाइन 1090 पर कॉल करें।
- अंजलि मिश्रा, महिला कांस्टेबल
महिलाओं का शिक्षित होना सबसे जरूरी
महिलाओं के शिक्षित होने से ही समाज का विकास होगा। शिक्षित महिलाएं ही अपनी जरूरतों और अधिकारों को समझ सकेंगी। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह न रहें। शिक्षा को हथियार बनाकर लक्ष्य हासिल करें।
- नीलम श्रीवास्तव, स्टाफ नर्स