महंत नरेंद्र गिरि मर्डर केस: 4 साल, 97 तारीखों पर भी नहीं हो सकी दो अहम गवाहों की गवाही
संक्षेप: मुकदमे की कार्यवाही 6 दिसंबर 2021 से सेशन कोर्ट में शुरू हुई थी। 97 में से 38 तारीख आरोप तय करने के लिए दी गई, तब जाकर कहीं आरोप तय किया जा सका। कोर्ट सीबीआई को गवाही के लिए 59 तारीख दे चुकी है। हालत यह है कि अभी दो अहम गवाहों की गवाही नहीं हो सकी जबकि सूची में दर्जनों गवाहों के नाम दर्ज हैं।
Mahant Narendra Giri Murder Case: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या को अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 14 दिन बाद चार वर्ष पूरे होंगे पर पंचांग के मुताबिक उनकी पुण्य तिथि रविवार को मनाई जाएगी। 20 सितंबर 2021 को बाघम्बरी गद्दी स्थित कमरे में हुई आत्महत्या की घटना को चार वर्ष पूरे होने वाले हैं पर आत्महत्या के जिम्मेदार लोगों को सजा मिलना तो दूर अभी इस मामले में तीन अहम गवाहों की गवाही तक नहीं पूरी हो सकी। यह स्थिति तब है जबकि इस मामले की सुनवाई के लिए अब तक 97 तारीख लग चुकी है।

मुकदमे की कार्यवाही छह दिसंबर 2021 से सेशन कोर्ट में शुरू हुई थी। 97 में से 38 तारीख आरोप तय करने के लिए दी गई, तब जाकर कहीं आरोप तय किया जा सका। कोर्ट सीबीआई को गवाही के लिए 59 तारीख दे चुकी है लेकिन हालत यह है कि अभी दो अहम गवाहों की गवाही नहीं हो सकी जबकि सूची में दर्जनों गवाहों के नाम दर्ज हैं। सीबीआई जैसी संस्था अपने ही गवाह को कोर्ट में पेश नही कर पा रही है। अदालत को उसकी गिरफ्तारी का वारंट तक जारी करना पड़ा, फिर भी हाजिर न होने पर कोर्ट ने अंतत: कड़ा रुख अख्तियार करते हुए उसकी गवाही का अवसर ही समाप्त कर दिया।
हालांकि सीबीआई की अर्जी पर कोर्ट ने गवाही का अवसर दिया। इस मामले में अमर गिरी वादी मुकदमा हैं लेकिन मुख्य परीक्षा के बाद नहीं आए तो इनके खिलाफ भी वारंट जारी किया गया। महंत रविंद्र पुरी से सिर्फ आद्या प्रसाद और संदीप की जिरह पूरी हुई, आनंद गिरि की ओर से जिरह नहीं की गई है। वर्तमान में सुमित तिवारी से आद्या प्रसाद ओर से जिरह जारी है। इस मामले की अगली सुनवाई दस सितंबर को अपर सत्र न्यायाधीश राहुल सिंह की अदालत में होनी है।
महंत की मौत एक नजर में
-20 सितंबर 2021 को महंत नरेंद्र गिरि ने की थी आत्महत्या, हिंदू पंचांग के अनुसार आज पुण्य तिथि
-मौत हुई: 20 सितंबर 2021
-विवेचना: पहले एसआईटी फिर सीबीआई
-आरोप पत्र दाखिल हुआ: नवंबर 2021
-कोर्ट में आरोप बना: 23 जून 2023
-आरोपित: महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि उर्फ अशोक कुमार चोटिया, आद्या प्रसाद तिवारी तथा संदीप तिवारी। तीनों चित्रकूट जेल में बंद हैं।
-छठवें जज कर रहे सुनवाई: हरेंद्र नाथ तत्कालीन सीजेएम, सेशन जज संतोष राय, अपर सेशन जज रामप्रताप सिंह राणा तथा अंजू कनौजिया, रजनीश कुमार मिश्रा के बाद अब राहुल सिंह कर रहे सुनवाई।
-अब तक पेश गवाह: रविन्द्र पुरी, अमर गिरि,सुमित तिवारी





