शहर से गांव-गांव तक महिलाओं को लैंगिक समानता का एहसास करा रही सरकार
Lucknow News - मिशन शक्ति-5 के छह दिनों में चार लाख से अधिक महिला, बच्चियों से संवाद हुआ

लखनऊ, विशेष संवाददाता योगी सरकार मिशन शक्ति-5 के तहत शहर से गांव तक महिलाओं व बालिकाओं को लैंगिक समानता का एहसास कराने के लिए कई कदम उठाए हैं। कई विभागों के समन्वय से पूरे प्रदेश में कार्यक्रम कराकर महिलाओं से संवाद किया जा रहा है। छह दिनों में चार लाख से अधिक महिलाओं व बालिकाओं से संवाद हुआ है। शनिवार को विशेष जागरुकता कार्यक्रम हुआ। महिला सशक्तीकरण के लिए कई तरह के नुक्कड़ नाटकों से सशक्त संदेश दिया गया। इसमें महिलाओं व बालिकाओं को आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनाने के बारे में बताया गया। अफसरों का कहना है कि नुककड़ नाटकों से यह दिखाया जा रहा है कि सामाजिक मान्यता में समानता का अधिकार लाना जरूरी है।
अभी तक महिलाएं बचपन से ही भेदभाव, शिक्षा-स्वास्थ्य में असमानता, कार्यस्थल पर भेदभाव और वेतन असमानता का सामना करती रही हैं। इन्हें ही अब रंगमंच के जरिया भी दिखाया जा रहा है। समाधान के रूप में परिवार में बेटे-बेटियों से समान व्यवहार व शिक्षा के अवसर देने का संदेश भी दिया जा रहा है। इन छह दिनों में नाटकों से लोग जागरूक भी हुए हैं। बताया गया कि कई लोगों ने संकल्प लिया है कि वह लोग बेटे-बेटियों में भेदभाव नहीं करेंगे। लोगों ने यह महसूस किया कि जब महिलाएं कार्यस्थल पर असमान व्यवहार का सामना करती हैं, तो उनकी आत्मनिर्भरता पर विपरीत असर पड़ता है। महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव लीना जौहरी ने कहा कि लैंगिक समानता इस अभियान की आधारशिला है। जब तक समाज में महिलाओं और पुरुषों को समान अवसर और अधिकार नहीं मिलेगा, तब तक विकास अधूरा रहेगा। नुक्कड़ नाटकों के जरिए इस संदेश को घर-घर पहुंचाया जा रहा है।
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