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पिछली सरकारों में इतना पैसा लिया जाता था कि वे किसी अभ्यर्थी से आंख नहीं मिला पाते थेः योगी

पिछली सरकारों में इतना पैसा लिया जाता था कि वे किसी अभ्यर्थी से आंख नहीं मिला पाते थेः योगी

संक्षेप: Lucknow News - -उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा नवचयनित 1510 अनुदेशकों को वितरित किया गया नियुक्ति In the previous governments, so much money was taken that they c

Sun, 7 Sep 2025 06:42 PMNewswrap हिन्दुस्तान, लखनऊ
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-जब व्यक्ति बेईमानी और भ्रष्टाचार का सहारा लेता है तो उसका नैतिक पतन हो जाता है और वह चेहरा उठाकर बात नहीं कर पाता हैः योगी -यूपी में अब नौकरियों की बौछार, हर क्षेत्र में यूपी अग्रणीः योगी -बोले- जब नीतियां स्वार्थ और वोटबैंक की चिंता करके बनती हैं तो दुर्गति की तरफ लेकर जाती हैं लखनऊ, विशेष संवाददाता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा है कि 8 वर्ष पहले वे नियुक्ति पत्र वितरण के ऐसे इवेंट नहीं कर पाते थे। पहले भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं होती थी, क्योंकि हर प्रक्रिया में कोई न कोई ऐसा व्यवधान होता था, जिस पर न्यायालय द्वारा रोक लगा दी जाती थी।

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शिक्षक, पुलिस, अनुदेशक की भर्ती हो या किसी अन्य विभाग की, इतना पैसा ले लिया जाता था कि वे किसी अभ्यर्थी से आंख मिलाकर बात नहीं कर पाते थे। मुख्यमंत्री ने ये बातें उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा नवचयनित 1510 अनुदेशकों को रविवार को नियुक्ति पत्र वितरित करने के दौरान कहीं। मुख्यमंत्री ने लोकभवन में नवचयनित 11 अनुदेशकों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। उन्होंने निष्पक्ष व पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से चयनित अनुदेशकों व अभिभावकों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब व्यक्ति बेईमानी और भ्रष्टाचार का सहारा लेता है तो उसका नैतिक पतन हो जाता है और वह चेहरा उठाकर बात नहीं कर पाता है। वर्ष 2017 के पहले सरकार में बैठे लोगों ने यही स्थिति कर दी थी, जिससे यूपी का नौजवान हताश और निराश था। जब नौजवान हताश और निराश होगा तो अर्थव्यवस्था नीचे गिरेगी ही, लेकिन पिछले साढ़े आठ वर्ष में सामूहिक परिणाम हुए तो आज सरकारी व निजी क्षेत्र में नौकरी के साथ रोजगार भी है। यूपी में अब नौकरियों की बौछार है। हर महीने नियुक्ति प्रक्रिया को कराया गया संपन्न मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मिशन रोजगार से अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने का संकल्प दिया है, हम सभी उसमें सहभागी बन सकें, इसके लिए यूपी में पिछले 8 वर्ष के दौरान साढ़े 8 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी उपलब्ध कराने में सफलता प्राप्त की है। हर महीने किसी न किसी आयोग-बोर्ड के माध्यम से नियुक्ति प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया है। जो सख्ती की गई, उसका परिणाम है कि निष्पक्ष भर्ती के तहत चयनित युवाओं ने भी ईमानदारी के साथ सरकार का हिस्सा बनकर अपनी प्रतिभा व ऊर्जा का लाभ यूपी को दिया। यूपी में अब नौकरियों की बौछार योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने यूपी के नौजवानों के लिए साफ-सुथरा मंच दिया। चयनित अनुदेशकों को सिफारिश की नौबत नहीं आई होगी। जिसने तैयारी की, उसका चयन हुआ। जिसने नहीं की होगी, तैयारी करेगा, उसका आने वाले समय में होगा। अब नौकरियों की बौछार हो रही है। कानून-व्यवस्था के माध्यम से सुरक्षा का माहौल तैयार किया गया है। दंगामुक्त, गुंडागर्दी, माफिया मुक्त की अवधारणा ने यूपी में बड़े-बडे निवेश को आमंत्रित किया है। 8 वर्ष में 60 लाख से अधिक ऐसे लोगों को नौकरी मिली। इसमें 14 लाख ऐसे नौजवान हैं, जिन्होंने यूपी कौशल विकास के माध्यम से प्रशिक्षण लिया। सीएम ने नियुक्ति पाने वाले युवाओं से कहा कि आवेदन से लेकर नियुक्ति पत्र मिलने तक सिफारिश या लेन-देन नहीं हुआ, इसलिए सरकार की भी अपेक्षा है कि जब अपनी आईटीआई में जाएं तो ईमानदारी के साथ छात्रों को गाइड करें। टाइमपास करने से तत्काल अपने मन को संतुष्ट कर लेंगे, लेकिन समय कभी माफ नहीं करता है। ईमानदारी से किया गया प्रयास परिणाम अवश्य लेकर आता है। जब नीतियां वोटबैंक की चिंता करके बनती हैं तो दुर्गति की तरफ लेकर जाती हैं योगी ने कहा कि 8 वर्ष पहले यूपी में परंपरागत उद्यम के कलस्टर भी बंदी के कगार पर थे। 400 वर्ष पहले की बात करेंगे तो यूपी देश के सबसे समृद्ध राज्यों में था। यहां विदेशी आक्रांताओं के हमले भी हुए, अंग्रेजों ने भी लूटा। देश जब 1947 में स्वतंत्र हुआ, तब भी यूपी भारत की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी। 1960 तक यूपी का योगदान भारत की अर्थव्यवस्था में 14 फीसदी था, लेकिन 1960 के बाद इसमें गिरावट प्रारंभ हुई। 2016 आते-आते यूपी का योगदान महज 8 फीसदी के आसपास रह गया। इन लोगों के कारनामों ने नंबर एक से नंबर आठ तक पहुंचा दिया। जब नीतियां स्वयं के स्वार्थ और वोटबैंक की चिंता करके, परिवार के हितों के संरक्षण को लेकर बनाई जाती हैं तो वह दुर्गति की तरफ से लेकर जाती हैं। अनेक त्योहार हुए, लेकिन कोई दंगा-गुंडागर्दी नहीं हुई मुख्यमंत्री ने कहा कि 8 वर्ष पहले त्योहारों पर उत्साह की बजाय लोगों के मन में भय होता था। आज पूर्णिमा है। रात्रि में चंद्रग्रहण लगेगा। अभी गणपति महोत्सव, बारावफात आया, लेकिन कहीं दंगा-गुंडागर्दी नहीं हुई। अयोध्या, काशी, प्रयागराज, गढ़मुक्तेश्वर में लाखों लोग स्नान कर रहे हैं। हर कोई श्रद्धा के अनुरूप जा रहा है। हर किसी को त्योहार मनाने की स्वतंत्रता है। सरकार सुविधा उपलब्ध करा रही है। सीखने और सिखाने में गुरेज नहीं करनी चाहिए मुख्यमंत्री ने नवचयनितों से कहा कि सीखने और सिखाने में कोई गुरेज नहीं करनी चाहिए। आप सीखेंगे और पारंगत होंगे तो नए लोगों को ट्रेंड करेंगे। आपके द्वारा प्रशिक्षित युवा इतना सुयोग्य हो कि जो भी वहां से निकले, ग्लोबल मार्केट में उसकी स्किलिंग पर कोई प्रश्नचिह्न न खड़ा करे। सीएम ने व्यावसायिक, उद्यमिता व कौशल विकास विभाग से कहा कि अकेले रोजगार मेले न लगाएं, बल्कि एमएसएमई व श्रम-सेवायोजन विभाग को जोड़कर अभियान चलाएंगे तो यूपी में लाखों नौजवानों के लिए रोजगार की सुविधा उपलब्ध करा सकते हैं। हर आईटीआई में करियर काउंसिलिंग सेल खोले व्यावसायिक शिक्षा विभाग मुख्यमंत्री ने व्यावसायिक शिक्षा विभाग से कहा कि हर आईटीआई में करियर काउंसिलिंग सेल खोलें। वहां बच्चों को शुरू से ही प्रशिक्षण दिलाया जा सकता है। प्रदेश में अलग-अलग इंडस्ट्री, मार्केट की डिमांड को देखते रहें। विभिन्न एंबेसी से संवाद बनाएं। अलग-अलग राज्यों, देश व दुनिया में कैसा मैनपॉवर चाहिए, उसी के अनुरूप लैग्वेंज का अभ्यास, ट्रेड विकसित करके, स्किल मैनपॉवर उपलब्ध करा पाएंगे तो यूपी 2047 के पहले-पहले खुद को विकसित करने के उद्देश्य में सफल हो पाएगा। इस दौरान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिलदेव अग्रवाल, विधायक डॉ. नीरज बोरा, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, लालजी प्रसाद निर्मल, रामचंद्र प्रधान, इंजी. अवनीश सिंह, प्रभारी मुख्य सचिव दीपक कुमार, प्रमुख सचिव हरिओम आदि मौजूद रहे। बॉक्स सीएम के हाथों 11 अनुदेशकों को मिला नियुक्ति पत्र सीएम के हाथों 11 अनुदेशकों को नियुक्ति पत्र मिला। सीएम के हाथों रायबरेली की पल्लवी, उन्नाव की स्मृति दुबे, मीरजापुर की ममता वर्मा, मुजफ्फरनगर के संदीप, अयोध्या के सौरभ यादव, बस्ती की प्रियंका सिंह, देवरिया के अभिलाष सिंह, देवरिया के सुशील कुमार, जालौन के विवेक मिश्र, कानपुर नगर की पिंकी कुमारी, कन्नौज की ममता यादव को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। लोकभवन में हुए मुख्य कार्यक्रम में 460 नवनियुक्ति अनुदेशक शामिल हुए। शेष अनुदेशकों को स्थानीय स्तर पर नियुक्ति पत्र