प्रमुख संवाददाता-राज्य मुख्यालय
महिला एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा है कि पारिवारिक हिंसा किशोरों के जीवन पर गहरा असर डालती है। राज्य सरकार इसके निराकरण के लिए नीति निर्धारण में पहल कर सकती है लेकिन घरेलू हिंसा खत्म करने के लिए सभी को भागीदारी निभानी होगी।
प्रो. जोशी मंगलवार को उत्तर प्रदेश और बिहार के किशोरों के जीवन के विविध पहलुओं के अध्ययन पर आधारित एक अध्ययन रिपोर्ट ‘उदया को जारी कर रही थीं। उन्होंने कहा कि बाल विवाह और उससे होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जैसे शीघ्र गर्भधारण, किशोरी में कमजोरी और उनके दुर्बल और बीमार बच्चे, राज्य के लिए एक गंभीर चिंता का विषय हैं। वहीं बलिकाओं के महत्व को परिवारों को समझना आवश्यक है और इसके लिए सिविल सोसाइटी, गैर सरकारी संस्थाए और मीडिया को सरकार के साथ हाथ मिलाकर कार्य करने की आवश्यकता है। उदया के अध्ययन को पॉपुलेशन काउंसिल ने बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन और डेविड एंड लुसिल पैकर्ड फाउंडेशन के सहयोग से संचालित किया गया है।