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नारेबाजी और भारी हंगामे के बीच विधान परिषद में पेश हुआ अनुपूरूक बजट

विधान परिषद में सोमवार को विपक्ष के हंगामे के बीच अनुपूरक बजट पेश कर दिया गया। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया। सपा और कांग्रेस के सदस्य...

नारेबाजी और भारी हंगामे के बीच विधान परिषद में पेश हुआ अनुपूरूक बजट
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊMon, 27 Aug 2018 06:35 PM
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विधान परिषद में सोमवार को विपक्ष के हंगामे के बीच अनुपूरक बजट पेश किया गया। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया। सपा और कांग्रेस के सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। वहीं बसपा के सदस्य अपनी सीट पर खड़े होकर सपा-कांग्रेस का समर्थन कर रहे थे। इस दौरान सभापति ने सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित की। दो बार आधे-आधे घंटे के लिए, जबकि एक बार 15 मिनट के लिये। हंगामे की वजह से प्रश्नकाल भी नहीं हो सका।

सुबह सदन की कार्यवाही 11 बजे शुरू हुई। तभी विपक्षी सदस्यों ने कानून व्यवस्था विशेषकर देवरिया कांड पर चर्चा की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की भी मांग की। हंगामा न रुकने पर सभापति रमेश यादव ने पहले आधा घंटे के लिए, फिर 12 बजे तक और उसके बाद 15 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। इस दौरान सपा सदस्य वेल में ही धरने पर बैठे रहे। दोपहर 12:20 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई सपा और कांग्रेस फिर से नारेबाजी करने लगे।

अनुपूरक अनुदान पेश किया

शोर-शराबे के बीच राज्यपाल द्वारा विधान परिषद की ओर से स्वीकृत प्रस्ताव के संबंध में दिए गए पत्र को सभापति रमेश यादव ने पढ़कर सुनाया। वहीं नेता सदन दिनेश शर्मा ने भी शोरगुल के बीच वित्तीय वर्ष 2018-19 के अनुपूरक अनुदानों को प्रस्तुत किया, जबकि विधान परिषद के प्रमुख सचिव डा. राजेश सिंह ने 11 अधिनियमों को सदन की मेज पर रखा। शोर-शराबे के बीच ही राज्यमंत्री डा. महेन्द्र सिंह तथा स्वतंत्रदेव सिंह ने बारी-बारी से अनुसूची के सभी मदों को सदन की मेज पर रख दिया। तत्पश्चात सभापति ने सदन की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

कपड़े से ढक दी गईं परिषद में लगी तस्वीरें

विधान परिषद की कार्यवाही सोमवार को शुरू होने से पहले ही तिलक हॉल में लगी तस्वीरें सफेद कपड़ों से ढक दी गईं। विदित हो कि इस बार विधान परिषद के मुख्य भवन में मरम्मत का कार्य चल रहा है। इसके कारण परिषद की कार्यवाही तिलक हॉल में चल रही है। यहां कई महापुरुषों के तैलचित्र पहले से लगे थे। इस पर परिषद के कुछ सदस्यों ने आपत्ति उठाई थी कि सदन में महात्मा गांधी के अलावा किसी की तस्वीर नहीं हो सकती। सदन की कार्यवाही के पहले दिन 23 अगस्त को अटल जी को श्रद्धांजलि देने के बाद कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। तब भी ये तस्वीरें लगी रहीं। उसके बाद फिर कई सदस्यों ने सभापति से इसकी शिकायत की। इस शिकायत के बाद महात्मा गांधी के अलावा अन्य तस्वीरें कपड़े से ढक दी गईं।

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