ग्राम विकास बैंक कर्मचारी परिषद ने ग्रेच्युटी घटाने का विरोध किया
उ.प्र.सहकारी ग्राम विकास बैंक कर्मचारी संयुक्त परिषद ने कर्मचारियों की ग्रेच्युटी सीमा 20 लाख से घटाकर 10 लाख किए जाने के फैसले का विरोध शुरू कर दिया है। बैंक प्रबंध समिति से इस फैसले पर पुनर्विचार...
उ.प्र. सहकारी ग्राम विकास बैंक कर्मचारी संयुक्त परिषद ने कर्मचारियों की ग्रेच्युटी सीमा 20 लाख से घटाकर 10 लाख किए जाने के फैसले का विरोध शुरू कर दिया है। बैंक प्रबंध समिति से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को बैंक प्रबंध समिति के वरिष्ठ सदस्य तथा लखनऊ मंडल के संचालक राकेश सिंह से मुलाकात कर इस फैसले पर विरोध दर्ज कराया। कहा है कि ग्रेच्युटी सीमा घटाए जाने से बैंक के तीन हजार कर्मचारी सीधे प्रभावित हो रहे हैं। परिषद ने ग्रेच्युटी के साथ ही कर्मचारियों की कंप्यूटर भत्ते की सुविधा बंद करने तथा कर्मचारियों की भविष्य निधि ट्रस्ट के स्थान पर केंद्रीय भविष्य निधि संगठन को भेजे जाने के फैसले पर फिर से विचार किए जाने की मांग की।
प्रबंध समिति के वरिष्ठ सदस्य राकेश सिंह ने कहा कि समिति के इस फैसले पर फिर से विचार करने का अनुरोध वह प्रबंध समिति के सभापति शिवपाल सिंह यादव से करेंगे। संस्था में श्रमिक विवाद ना हो और कर्मचारी पूरी क्षमता से काम करें, यह बहुत जरूरी है। बैंक का व्यवसाय बढ़ाने की कोशिश की जाएगी।
परिषद के महामंत्री मो. आसिफ जमाल ने बताया है कि संगठन के पदाधिकारी बैंक के सभापति शिवपाल सिंह यादव से भी इस मुद्दे पर मिलेंगे। सभी मंडलों में संचालकों को घेर कर फैसले पर पुनर्विचार के लिए कहा जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में मुख्यालय अध्यक्ष कुमारी पूर्णिमा सिन्हा, दीपक सावंत, अनुराग यादव, अतुल यादव व हनुमान तिवारी आदि शामिल थे।