Uttar Pradesh Power Workers to Observe Black Day Against Privatization निजीकरण के खिलाफ एक जनवरी को काला दिवस मनाएंगे बिजलीकर्मी, Lucknow Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsLucknow NewsUttar Pradesh Power Workers to Observe Black Day Against Privatization

निजीकरण के खिलाफ एक जनवरी को काला दिवस मनाएंगे बिजलीकर्मी

Lucknow News - लखनऊ, विशेष संवाददाता उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊThu, 26 Dec 2024 07:49 PM
share Share
Follow Us on
निजीकरण के खिलाफ एक जनवरी को काला दिवस मनाएंगे बिजलीकर्मी

लखनऊ, विशेष संवाददाता उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण की प्रक्रिया के विरोध में एक जनवरी को प्रदेश भर के बिजलीकर्मी काला दिवस मनाएंगे। इससे पूर्व 27 सितंबर को निजीकरण के विरोध में गोरखपुर में बिजली पंचायत का आयोजन कर निजीकरण का विरोध करेंगे। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने दावा किया है कि यूपी, चंडीगढ़ और राजस्थान में बिजली के निजीकरण के विरोध में देशभर के सभी मजदूर लामबंद हो गए हैं।

बिजलीकर्मी नये साल के पहले ही दिन काला फीता बांध काम करेंगे

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों ने कहा है कि निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारियों के महासंघों के साथ ही देश के सभी ट्रेड यूनियन फेडरेशन लामबंद हो गए हैं। यूपी में एक जनवरी को काला दिवस मनाया जाएगा और बिजली कर्मचारी पूरे दिन काला फीता बांधकर काम करेंगे। ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेंद्र दुबे ने बताया है कि चंडीगढ़ में 25 दिसंबर को आयोजित बिजली महापंचायत में एटक, इंटक, सीटू, ऐक्टू, एआईयूटीयूसी, ऑल इंडिया किसान सभा, संयुक्त किसान मोर्चा के शीर्ष पदाधिकारियों ने आकर ऐलान किया कि बिजली के निजीकरण के विरोध में उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ और राजस्थान में चल रहे आंदोलन को देश के सभी मजदूर और किसान पूरी तरह समर्थन देंगे। संघर्ष समिति ने बताया है कि बिजली पंचायत का दौर जारी है और 27 दिसंबर को गोरखपुर, 29 दिसंबर को झांसी और पांच जनवरी को प्रयागराज में बिजली पंचायत आयोजित की जाएगी।

आरोप, भय का माहौल बना रहे हैं चेयरमैन

संघर्ष समिति ने कहा है कि झूठे आंकड़े और भय का वातावरण बनाकर बिजली के निजीकरण की साजिश सफल नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन बिजली निजीकरण का चौतरफा विरोध होते देख परेशान हो गए हैं और उन्होंने बिजली कर्मचारियों और अभियंताओं को अनावश्यक तौर पर दंडित कर भय का वातावरण बनाने की कोशिश शुरू कर दी है। संघर्ष समिति ने कहा कि बिजली कर्मचारी कार्य में कोई व्यवधान नहीं होने दे रहे हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति पूरा विश्वास बनाए रखते हुए बिजली व्यवस्था के सुधार में प्राणपण से लगे हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।