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जकार्ता एशियाई खेल में यूपी का कमाल, सुधा के रजत में लखनऊ की खुश्बू

राजधानी में रहकर ट्रेनिंग करके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाने वाली सुधा सिंह ने जकार्ता में हो रहे एशियाई खेल में रजत पदक जीता। सुधा की इस सफलता से राजधानी का खेल जगत गदगद है। सुधा ने पदक जीतने के बाद...

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अनंत मिश्र,  लखनऊ। Mon, 27 Aug 2018 08:34 PM
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राजधानी में रहकर ट्रेनिंग करके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाने वाली सुधा सिंह ने जकार्ता में हो रहे एशियाई खेल में रजत पदक जीता। सुधा की इस सफलता से राजधानी का खेल जगत गदगद है। सुधा ने पदक जीतने के बाद कहा कि ‘उनके लिए यह पदक बहुत मायने रखता है। बीच में कुछ समय ऐसा आया कि लोग कहने लगे थे कि मेरा समय अब खत्म हो रहा है। पर इस पदक ने सबका मुंह बंद कर दिया। इस पदक की मुझे खुशी है। पर स्वर्ण पदक न जीत पाने का अफसोस है।’
सुधा इससे पहले ग्वांगझू एशियाई खेल 2010 में 3000 मीटर स्टीपलचेज का स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। पिछले एशियाई खेल में वह चौथे स्थान पर रही थीं। पिछले आठ वर्षों में उन्होंने जोरदार मेहनत की।  स्टीपलचेज के अलावा मैराथन में हिस्सा लिया। वह देश की सभी मैराथनों की चैंपियन रहीं। वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए उन्होंने मैराथन और स्टीपलचेज दोनों में क्वालीफाई किया था। जकार्ता एशियाई खेल के लिए वह पहले ऊटी में और उसके बाद भूटान में सुरेंद्र सिंह की देखरेख में ट्रेनिंग कर रही थीं।
रायबरेली की रहने वाली सुधा सिंह 2005 में लखनऊ हॉस्टल में दाखिल हुईं। उनकी प्रतिभा को हॉस्टल की कोट बिमला सिंह ने पहचाना था। वह लखनऊ हॉस्टल में 2010 तक रहीं। इसके बाद उन्हें सेंट्रल रेलवे में नौकरी मिल गई। सुधा सात बार 3000 मीटर स्टीपलचेज का राष्ट्रीय कीर्तिमान बना चुकी हैं। उन्होंने पिछले साल हुए एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। वह उत्तर प्रदेश की पहली एथलीट हैं जिसने ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था।

‘सुधा बेहद प्रतिभाशाली एथलीट थी। वह मजबूत इरादों वाली है। उसने एथलेटिक्स में जितनी उपलब्धियां दर्ज कीं शायद ही राज्य के किसी अन्य एथलीट ने हासिल की होंगी। सभी को सुधा से स्वर्ण की उम्मीद थी। आज का दिन उसका नहीं था। किस्मत भी उसके साथ नहीं थी। नहीं तो 9 मिनट 26 सेकेंड में दौड़ पूरी करने वाली सुधा ने जकार्ता में 9 मिनट 40 सेकेंड का समय न निकाला होता।’
बिमला सिंह
कोच, सुधा

‘यह लखनऊ हॉस्टल के लिए गर्व की बात है। इस पदक से हॉस्टल में रह रही तमाम उभरती हुई एथलीटों को  प्रेरणा मिलेगी। वे भी सुधा जैसे चमकने के लिए प्रयास करेंगी। लखनऊ आने पर सुधा का भव्य  स्वागत किया जाएगा।’
जितेंद्र यादव
क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी

सरकार देगी 30 लाख रुपए
जकार्ता एशियाई खेल में रजत पदक जीतने पर उत्तर प्रदेश सरकार सुधा सिंह को 30 लाख रुपए का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित करेगी। साथ ही राजपत्रित अधिकारी की नौकरी भी दी जाएगी।

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