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महाविद्यालयों में नेट अनिवार्यता खत्म कर शुरू हो यूपी स्लेट परीक्षा

लखनऊ। निज संवाददातामहाविद्यालयों में पढ़ाने के लिए नेट योग्यताधारी अभ्यर्थी नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में सरकार शिक्षक नियुक्ति में नेट की अनिवार्यता को खत्म कर दें। यूजीसी से बात करके इसकी जगह राज्य...

महाविद्यालयों में नेट अनिवार्यता खत्म कर शुरू हो यूपी स्लेट परीक्षा
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊSun, 13 Aug 2017 07:13 PM
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लखनऊ। निज संवाददातामहाविद्यालयों में पढ़ाने के लिए नेट योग्यताधारी अभ्यर्थी नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में सरकार शिक्षक नियुक्ति में नेट की अनिवार्यता को खत्म कर दें। यूजीसी से बात करके इसकी जगह राज्य स्तरीय यूपी स्लेट परीक्षा आयोजित की जाए। यह सुझाव उत्तर प्रदेश स्ववित्त पोषित महाविद्यालय एसोसिएशन की रविवार को गोमती नगर स्थित आईएमआरटी कालेज में आयोजित बैठक में संगठन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद को सबसे पहले राजकीय एवं अनुदानित बीएड महाविद्यालयों और डायटो की जांच करनी चाहिए,क्योंकि इन शिक्षण संस्थाओं में काफी कमियां हैं। श्री त्रिवेदी ने कहा कि शिक्षकों की रिक्त पदों के लिए नेट योग्यताधारी अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार को नेट की अनिवार्यता खत्म कर देनी चाहिए। पहले की तरह इसकी जगह यूजीसी की सहमति से राज्य स्तरीय यूपी स्लेट परीक्षा का आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा कि बीएड व बीटीसी की 100 सीटों पर 10 शिक्षकों का मानक किया जाए, तभी प्रदेश में लगभग 25 हजार योग्य पोस्ट ग्रेजुएट महाविद्यालयों को शिक्षक मिल सकेंगे। अभी बीएड व बीटीसी कालेजों में 100 सीटों के लिए 16 शिक्षकों का मानक है। उन्होंने कहा कि बीएड में दो वर्ष और यूजी में तीन वर्ष की अवधि निर्धारित है पर अगर कोई मेधावी है तो उसे समय सीमा से छूट प्रदान कर अवधि से पूर्व डिग्री दी प्रदान की जाए। -----------------------------------------------------------लखनऊ विश्वविद्यालय निजी महाविद्यालयों का कर रहा है उत्पीड़नएसोसिएशन की बैठक के दौरान कई कालेजों के प्रबन्धकों ने लखनऊ विश्वविद्यालय पर आरोप लगाया कि उसने काउंसलिंग के बाद सीधे प्रवेश लेने वाले तमाम छात्रों के प्रवेश को अभी तक अनुमोदन नहीं दिया है। ऐसा करके लविवि निजी महाविद्यालयों का उत्पीड़न कर रहा है।------------------------------------------------------------बीएड डिग्रीधारक को विशिष्ट बीटीसी कराकर प्राथमिक शिक्षक नियुक्त करे सरकारबैठक में कई कॉलेजों के प्रबन्धकों ने सुझाव दिया कि महाविद्यालयों की समस्याओं के निराकरण के लिए सांसदों एवं विधायकों की भी मदद ली जाए। साथ ही कहा कि बीएड डिग्रीधारियों को पूर्व की भांति विशिष्ट बीटीसी कराकर प्राथमिक शिक्षक के पद पर नियुक्त किया जाए।------------------------------------------------------------आल इंडिया सेल्फ फाइनेंस कॉलेज एसोसिएशन का गठनउत्तर प्रदेश स्ववित्त पोषित महाविद्यालय एसोसिएशन की बैठक के दौरान राष्ट्रीय स्तर की आल इंडिया सेल्फ फाइनेंस कालेज एसोसिएशन का गठन किया गया। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय त्रिवेदी को, राजेन्द्र प्रताप सिंह एवं सरदार पीएस संधू को संयोजक नामित किया गया। सरदार पीएस संधू ने मांग की कि निजी महाविद्यालयों का लाखों रूपए शुल्क की राशि जबरन लखनऊ विश्वविद्यालय अपने पास रखे है। इससे तत्काल कॉलेजों को वापस किया जाए ।

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