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यूपी ने केंद्र से एक हजार करोड़ का राहत पैकेज मांगा

- प्रभावित जिले- आगरा, आजमगढ़, अलीगढ़, बलिया, बांदा, बाराबंकी, बिजनौर, फैजाबाद, फीरोजाबाद, गोंडा, हापुड़, हरदोई, जालौन, जौनपुर, कुशीनगर, कासगंज, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, मथुरा, मिर्जापुर, रायबरेली,...

यूपी ने केंद्र से एक हजार करोड़ का राहत पैकेज मांगा
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊThu, 03 May 2018 09:01 PM
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- आंधी, तूफान, ओलावृष्टि और सूखे से प्रभावित किसानों को राहत देने का का मामला - प्रभावित जिले- आगरा, आजमगढ़, अलीगढ़, बलिया, बांदा, बाराबंकी, बिजनौर, फैजाबाद, फीरोजाबाद, गोंडा, हापुड़, हरदोई, जालौन, जौनपुर, कुशीनगर, कासगंज, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, मथुरा, मिर्जापुर, रायबरेली, शाहजहांपुर, संत कबीरनगर, सोनभद्र, उन्नाव, बस्ती, इटावा, झांसी, कन्नौज, कानपुर नगर, लखनऊ, संभल, सीतापुर, वाराणसी, महोबा और बुलंदशहर। - रबी फसल के सूखा प्रभावित जिले-झांसी, महोबा, मिर्जापुर, सोनभद्र और ललितपुर। विशेष संवाददाता - राज्य मुख्यालययूपी सरकार ने बेमौसम बारिश, आंधी, तूफान, ओलावृष्टि और सूखे से प्रभावित रबी फसल के किसानों के लिए करीब एक हजार करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मांग की है। इसके लिए यूपी सरकार की ओर से प्रदेश के राहत आयुक्त संजय कुमार ने गुरुवार तीन मई, 2018 को केंद्रीय कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव एसके पटनायक को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि प्रदेश सरकार के पांच जिले झांसी, महोबा, मिर्जापुर, सोनभद्र और ललितपुर सूखे से प्रभावित हैं। इनको सूखाग्रस्त घोषित करने का फैसला किया गया है। यहां 5.05 हेक्येटर कृषि भूमि में 33 फीसदी और उससे ज्यादा फसल की हानि हुई है। यह नुकसान 321.88 करोड़ बैठता है। अतिवृष्टि से 1.27 लाख हेक्टेयर फसल को नुकसान हुआ है जिसकी हानि 86.42 करोड़ बैठती है। इससे गंभीर रूप से प्रभावित अंत्योदय परिवारों को राहत देने के लिए 147.13 करोड़ रुपये की जरूरत है। प्रभावित ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आकस्मिक रूप से पेयजल की व्यवस्था करने के लिए जल निगम द्वारा 26.28 करोड़ की मांग की गई है। सूखे से प्रभावित जिलों में पेयजल की व्यवस्था के लिए 30.59 करोड़ रुपये की जरूरत है। प्रभावित क्षेत्रों के बीमार पशुओं को राहत और दवाएं देने के लिए पशु चिकित्सा विभाग द्वारा 66.68 करोड़ रुपये की मांग की गई है। इस तरह वर्ष 2018-19 में सूखे से प्रभावित रबी फसल के लिए कुल 778.98 करोड़ रुपये मंजूर करने की केंद्र सरकार से मांग की गई है। दो मई, 2018 की रात को प्रदेश के आगरा सहित कुछ जिलों में आंधी, तूफान, आकाशीय बिजली और ओलावृष्टि से हुई किसानों और अन्य ग्रामीणों की क्षति की दृष्टि के मद्देनजर राहत के लिए यूपी सरकार ने केंद्र सरकार से एक अन्य पत्र में 153.43 करोड़ रुपये की मांग की है। पत्र में यूपी सरकार ने केंद्र सरकार से कहा है कि आंधी, तूफान और ओलावृष्टि से 8.71 लाख हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। इससे 1.85 लाख हेक्टेयर फसल की क्षति हुई है। 1.68 लाख हेक्टेयर इलाके में 33 फीसदी से ज्यादा फसल की क्षति हुई है। दो हेक्टेयर तक खेत वाले किसानों की 110.87 करोड़ रुपये की फसल की हानि हुई है। दो हेक्टेयर से ज्यादा खेत वाले किसानों 39.37 करोड़ की फसल की हानि हुई है। 58 लोगों की मौत हुई है। चार लाख रुपये प्रति परिवार के हिसाब से मुआवजा राशि 2.32 करोड़ रुपये दिए जाने हैं। 542 पशुओं की मौत हुई है। पशु हानि वाले परिवारों को एक लाख प्रति परिवार दिए जाएंगे। इसके लिए 86.01 लाख रुपये चाहिए। कुल 153.43 करोड़ रुपये मंजूर करने की केंद्र से मांग की गई है।

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