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यूपी : फर्जी डिग्री पर नौकरी कर रहे नौ शिक्षक बर्खास्त

अमेठी जिले में फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी कर रहे नौ शिक्षकों को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है। सभी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश खंड शिक्षाधिकारियों को दिए गए हैं। बीएसए के आदेश से...

 यूपी : फर्जी डिग्री पर नौकरी कर रहे नौ शिक्षक बर्खास्त
हिन्दुस्तान टीम,अमेठी।Thu, 22 Nov 2018 04:41 PM
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अमेठी जिले में फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी कर रहे नौ शिक्षकों को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है। सभी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश खंड शिक्षाधिकारियों को दिए गए हैं। बीएसए के आदेश से बेसिक शिक्षा महकमे में हड़कंप मचा है।
16,448 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में फर्जीवाड़े के एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं। भर्ती प्रक्रिया में चयनित जिले में तैनात कई शिक्षकों के प्रमाणपत्र फर्जी पाए जा रहे हैं। जांच प्रक्रिया में प्रमाणपत्र फर्जी पाए जाने पर गत दस अक्तूबर को बीएसए विनोद कुमार मिश्र ने विकास खंड सिंहपुर के प्राथमिक विद्यालय शुकुलपुर में तैनात शिक्षक रामदेव, विकास खंड बाजारशुकुल के तेंदुआ खास में तैनात शिक्षक नयन कुमार व किसनी में तैनात अखिलेश कुमार यादव, विकास खंड भादर के प्राथमिक विद्यालय भदांव में तैनात शिक्षक अखिलेश कुमार सिंह, विकास खंड जामो के प्राथमिक विद्यालय पूरे परमेश्वरी में तैनात शिक्षक सरोज कुमार भारती व पेतई में तैनात सुरेंद्र को गत 29 अक्तूबर को बर्खास्त कर दिया। वहीं जांच प्रक्रिया के बाद अभिलेख फर्जी पाए जाने पर बुधवार को विकास खंड भादर के प्राथमिक विद्यालय सवनगी में तैनात शिक्षक शिवचरन गुप्ता को बर्खास्त कर दिया। 
वहीं गुरुवार को विकास खंड जगदीशपुर के प्राथमिक विद्यालय रस्तामऊ के शिक्षक सोनू कुमार व विकास खंड सिंहपुर के रुकुनपुर में तैनात शिक्षक योगेंद्र कुमार को बर्खास्त कर दिया। बीएसए विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि जांच में प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने पर शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। संबंधित खंड शिक्षाधिकारियों को दोषी शिक्षकों पर एफआईआर कराने के निर्देश दिए गए हैं।
अन्य कई शिक्षक भी कार्यवाही की जद में
अन्य कई शिक्षकों के प्रमाण पत्रों को लेकर भी पेंच फंसा हुआ है।  विश्वविद्यालय द्वारा कभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र सही बताए जा रहे हैं, तो कभी अवैध। मामले में बीएसए ने निजी वाहक भेजकर सत्यापन का फैसला लिया है। अगर इस प्रक्रिया में प्रमाण पत्र अवैध मिले तो कई अन्य पर भी गाज गिरनी तय है।

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