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ट्रूनेट किट की कमी से इलाज को झटका

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ट्रूनेट किट की कमी से इलाज को झटका
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊWed, 02 Sep 2020 07:03 PM
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लखनऊ। वरिष्ठ संवाददाताइमरजेंसी में आने वाले मरीजों की कोरोना जांच का संकट खड़ा हो गया है। ट्रूनेट किट की कमी से जांच को झटका लग रहा है। मरीजों को जांच के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट दो दिन बाद आ रही हे।केजीएमयू में प्रदेश भर से गंभीर मरीज आ रहे हैं। ट्रॉमा के सामने वृद्धावस्था मानसिक स्वास्थ्य विभाग में होल्डिंग एरिया बनाया गया है। यहां कोरोना की जांच के बाद ही मरीजों को संबंधि विभाग में शिफ्ट किया जाता है। ट्रूनेट मशीन से जांच की जा रही है। ट्रूनेट से जांच रिपोर्ट एक से दो घंटे में मिल जाती है। ट्रॉमा में रोजाना 100 से 125 मरीजों की ट्रूनेट किट से जांच हो रही है। मरीजों का दबाव अधिक होने से किट की खपत बढ़ रही है। नतीजतन किट का संकट खड़ा हो गया है। मरीजों की जांच आरटीपीसीआर से कराई जा रही है। ऐसे में रिपोर्ट दूसरे दिन मिल रही है।अधिकारियों ने किट की कमी को लेकर उच्च अधिकारियों को पत्र भी लिखा है। इसके बावजूद अभी तक संकट बरकरार है। जांच न होने से मरीजों को देर तक होल्डिंग एरिया में रोकना पड़ रहा है। सिविल अस्पताल समेत दूसरे अस्पतालों में किट की कमी का मामले सामने आ चुके हैं। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक ट्रूनेट और आरटीपीसीआर से जांच की सुविधा उपलब्ध है। इसलिए इलाज प्रभावित नहीं हो रहा है।

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