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चालू वित्तीय वर्ष के मुकाबले कुल 8403 करोड़ अधिक है यह बजट

चल रहे वित्तीय वर्ष के दोनों अनुपूरक बजट को मूल बजट में जोड़ देने के बाद चालू वर्ष और 2019-20 के बजट में मामूली अंतर ही रह जाता है। इस गणना के बाद 2019-20 का बजट चालू वित्तीय वर्ष से कुल 8403 करोड़...

चालू वित्तीय वर्ष के मुकाबले कुल 8403 करोड़ अधिक है यह बजट
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊThu, 07 Feb 2019 08:39 PM
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चल रहे वित्तीय वर्ष के दोनों अनुपूरक बजट को मूल बजट में जोड़ देने के बाद चालू वर्ष और 2019-20 के बजट में मामूली अंतर ही रह जाता है। इस गणना के बाद 2019-20 का बजट चालू वित्तीय वर्ष से कुल 8403 करोड़ रुपये की अधिक है।

प्रदेश सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 में 428384 करोड़ का बजट प्रस्तुत किया था। इसके बाद से सरकार दो अनुपूरक बजट प्रस्तुत कर चुकी है। अगस्त 2018 में प्रस्तुत किए गए पहले अनुपूरक बजट के माध्यम से सरकार ने 34833 करोड़ 24 लाख 40 हजार रुपये का प्रबंधन किया था। दिसंबर 2018 में पेश दूसरे अनुपूरक बजट के माध्यम से सरकार ने 8054 करोड़ रुपये का प्रबंध किया। इन तीनों बजट का योग करीब 471271 लाख करोड़ होता है। गुरुवार को पेश 2019-20 का बजट 479701 करोड़ 10 लाख रुपये का है। इस लिहाज से यह बजट चालू वित्तीय वर्ष के कुल बजट से महज 8403 करोड़ रुपये ही अधिक है।

दो महीने में खर्च करने हैं 150217 करोड़

प्रदेश सरकार द्वारा 2018-19 में जारी किए बजट के सापेक्ष विभागों ने 90 से लेकर 100 फीसदी तक धनराशि का उपभोग कर लिया है। जनवरी तक विभागों ने करीब 321054 करोड़ रुपये खर्च कर दिया था। यह धनराशि 2018-19 के कुल बजट 471271 करोड़ से 150217 करोड़ रुपये कम है। यानी फरवरी के बाकी दिनों और 31 मार्च तक विभागों के सामने 150217 करोड़ रुपये खर्च करने की चुनौती रहेगी। वित्त विभाग के अधिकारियों के मुताबिक खर्च किए गए धनराशि में लोक निर्माण विभाग और सिंचाई विभाग के खर्चे नहीं शामिल हैं। वहीं वित्त विभाग के कोषवाणी साइट पर जनवरी 2019 तक विभागों को कुल आवंटन 264339 करोड़ ही दिख रहा है।

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