यूपी के ये सूरमा एशियाई खेल में बिखेरेंगे जलवा
इसी 18 अगस्त से जकार्ता में 18वें एशियाई खेल शुरू होने जा रहे हैं। करीब 542 खिलाड़ियों का भारतीय जत्था विभिन्न खेलों में हिस्सा लेगा। इसमें उत्तर प्रदेश के रिकार्ड करीब तीन दर्जन खिलाड़ी चुनौती पेश...
इसी 18 अगस्त से जकार्ता में 18वें एशियाई खेल शुरू होने जा रहे हैं। करीब 542 खिलाड़ियों का भारतीय जत्था विभिन्न खेलों में हिस्सा लेगा। इसमें उत्तर प्रदेश के रिकार्ड करीब तीन दर्जन खिलाड़ी चुनौती पेश करेंगे। यह पहला मौका होगा जब उत्तर प्रदेश के एक साथ इतने खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। सबसे ज्यादा सात खिलाड़ी एथलेटिक्स में हैं। उसके बाद निशानेबाजी में राज्य के पांच खिलाड़ी शामिल हैं। भारतीय ओलंपिक संघ ने सभी खेल संघों से उनकी टीम जकार्ता एशियाई खेल की आयोजन समिति को पहले ही भेज दी है। इन्हीं टीमों के आधार पर राज्य के 36 खिलाड़ियों ने जगह बनाई। इनमें करीब छह खिलाड़ियों के नाम पर 15 अगस्त को मुहर लगेगी। हैण्डबाल में तो तीन खिलाड़ी लखनऊ के ही हैं।
सुधा सिंह : 3000 मीटर स्टीपलचेज
रायबरेली में जन्मी और लखनऊ हॉस्टल में ट्रेनिंग करने वाली सुधा सिंह देश की सबसे अनुभवी एथलीट हैं। उनका यह तीसरा एशियाई खेल होगा। उन्होंने ग्वांगझू एशियाई खेल में नए कीर्तिमान के साथ स्वर्ण पदक जीता था। इंचियोन एशियाई खेल में वह पदक नहीं जीत सकीं थीं। इसके अलावा वह तीन एशियाई चैंपियनशिप में पदक जीत चुकी हैं। दो ओलंपिक और तीन वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा ले चुकी हैं। सुधा सिंह ने गुवाहटी में हुई राष्ट्रीय अंतरराज्यीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 9 मिनट 39.34 सेकेंड का समय निकालकर स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने नया मीट रिकार्ड भी बनाया था।
सीमा पूनिया : डिस्कस थ्रो
देश की सबसे ज्यादा अनुभवी एथलीट सीमा पूनिया का यह चौथा एशियाई खेल होगा। उन्होंने 2014 इंचियोन एशियाई खेल में स्वर्ण पदक भी जीता था। इसके अलावा वह पहली ऐसी एथलीट हैं जिसने राष्ट्रमण्डल खेल में लगातार चार बार पदक जीते। वह तीन ओलंपिक खेल में भी हिस्सा ले चुकी हैं। वह मौजूदा समय विदेश में ट्रेनिंग ले रही हैं। राष्ट्रमण्डल खेल में उन्होंने उम्दा प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इण्डिया ने उनका एशियाई खेल के लिए उनका चयन राष्ट्रमण्डल खेल में किए गए प्रदर्शन के आधार पर किया है।
चिंता यादव : 3000 मीटर स्टीपलचेज
चिंता यादव लखनऊ हॉस्टल की देन हैं। देवरिया की रहने वाली चिंता यादव 2005 में लखनऊ हॉस्टल में दाखिल हुईं। कोच बिमला सिंह की निगरानी में उन्होंने कई सफलताएं हासिल कीं। वह देश की उम्दा स्टीपलचेजरों में एक हैं। चेन्नई में हुई राष्ट्रीय चैंपियनशिप में उन्होंने सुधा सिंह जैसी एथलीटो को पछाड़ा था। कोलकाता में एक खदान में काम करने वाले राम विदेशी यादव की बेटी चिंता का पहला एशियाई खेल होगा।
विभिन्न खेलों में चुने गए उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी
एथलेटिक्स :
सुधा सिंह (3000 मीटर स्टीपलचेज) : रायबरेली
चिंता यादव (3000 मीटर स्टीपलचेज) : देवरिया
सरिता (हैमर थ्रो) : मुरादाबाद
अनुरानी (जैवलिन थ्रो ) : मेरठ
शिवपाल (जैवलिन थ्रो) : चंदौली
मोनिका चौधरी (1500 मीटर दौड़) : बुलंदशहर
सीमा पूनिया (डिस्कस थ्रो) : मेरठ
निशानेबाजी :
रवि (10 मीटर एयर राइफल) : मेरठ
शिराज शेख (स्कीट) : मेरठ
अखिल श्रेरॉन (50 मीटर राइफल 3पोजीशन) : बागपत
शिवम शुक्ला (25 मीटर रैपिड फायर) कानपुर
सीमा तोमर (ट्रैप) : जौहड़ी
हैण्डबाल :
राहुल दुबे : लखनऊ
इंदु गुप्ता : लखनऊ
मंजुला पाठक : देवरिया
ज्योति शुक्ला : कानपुर
रोईंग :
मनीष यादव : गाजीपुर
अक्षत कुमार : बागपत
राहुल गिरी : बुलंदशहर
अरविंद सिंह : बुलंदशहर
साफ्ट टेनिस
कमलेश शुक्ला : गोरखपुर
नमिता सेठ : इलाहाबाद
कबड्डी :
राहुल चौधरी : बागपत
साक्षी कुमारी : गाजियाबाद
कुश्ती :
दिव्या काकरान (69 किग्रा) : मुजफ्फरनगर
संदीप तोमर (57 किग्रा फ्रीस्टाइल) : बागपत
हॉकी
वंदना कटारिया : लखनऊ हॉस्टल
ललित उपाध्याय : वाराणसी
जूडो :
विजय कुमार : लखनऊ
जिमनास्टिक :
आशीष कुमार (इलाहाबाद)
खिलाड़ी होंगे मालामाल
एशियाई खेल में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों पर सरकार धनवर्षा करेगी। हर हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को सरकार पांच-पांच लाख रुपए देगी। यही नहीं व्यक्तिगत इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाले को 50 लाख, रजत पदक जीतने वाले को 30 लाख और कांस्य पदक जीतने वाले को 15 लाख रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाएगा। यही नहीं टीम इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाले को 30 लाख, रजत पदक जीतने वाले को 15 लाख और कांस्य पदक जीतने वाले को 10 लाख रुपए का नगद इनाम दिया जाएगा। स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकार सीधे राजपत्रित अधिकारी की नौकरी भी देगी।
उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ करेगा सम्मान
एशियाई खेल के बाद सभी खिलाड़ियों का उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ सम्मान करेगा। ओलंपिक संघ के महासचिव आनंदेश्वर पाण्डेय ने बताया कि संघ सरकार से खिलाड़ियों के लिए अन्य लाभ भी दिलाने का प्रयास करेगा। साथ ही कोशिश की जाएगी की यह समारोह किसी सार्वजनिक स्थल पर भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा।