OMG : अरे! गोंडा में तो कई स्वर्ग से ले रहे पेंशन
मरने के बाद इंसान अपना रुपया पैसा और जीवन की सारी अर्जित संपत्ति इसी लोक में छोड़ कर चला जाता है। लेकिन तरबगंज विकास खंड में एक गांव ऐसा भी है जहां पर वर्षों पहले मरने के बाद भी दर्जनों...
मरने के बाद इंसान अपना रुपया पैसा और जीवन की सारी अर्जित संपत्ति इसी लोक में छोड़ कर चला जाता है। लेकिन तरबगंज विकास खंड में एक गांव ऐसा भी है जहां पर वर्षों पहले मरने के बाद भी दर्जनों वृद्ध आज भी वृद्धावस्था पेंशन का लाभ ले रहे हैं।
यह कहने और सुनने में बड़ा आश्चर्यजनक लगता, लेकिन यह सच है। तरबगंज विकासखंड के सेमरा जमालखानी गांव में एक नहीं दर्जनों वृद्ध जो वर्षों पहले मर चुके हैं। लेकिन उनके खाते में बराबर वृद्धावस्था पेंशन आती है। इतना ही नहीं इनकी पेंशन की निकासी भी बराबर हो रही है। स्वर्ग सिधार चुके करिया, दुखना, नसरुल्ला , रामकोरा, सांवल प्रसाद, सूर्य नारायण सर्व यूपी ग्रामीण बैंक ढोढेपुर और गुलाम, मंगला, राजपति, रामलाल, संतराम, शीतला प्रसाद, शिवमंगल और सुंदरपति इलाहाबाद बैंक तरबगंज में खाताधारक हैं। ये लोग वर्षों पहले परलोक सिधार चुके हैं।
सत्यापनकर्ता भी सवाल के घेरे में
वृद्धावस्था पेंशन का लाभ ले रहे बुजुर्गों को हर साल जीवन प्रमाण पत्र देना पड़ता है कि अभी मैं जीवित हूं। अथवा दूसरी प्रक्रिया में विकासखंड द्वारा सत्यापन करा जाता है कि कौन-कौन अभी जीवित है। लेकिन सेमरा गांव में सत्यापन के दौरान सत्यापनकर्ता ने गलत रिपोर्ट लगाकर मृतकों को जीवित करार दे दिया। परलोक सिधार चुके लोगों की पेंशन बहाल रखी।
आरटीआई से हुआ खुलासा
गांव के राजेश तिवारी की ओर से दाखिल आरटीआई से इसका खुलासा हुआ है। उनको जब समझ नहीं आया कि वर्षों पहले परलोक सिधार चुके वृद्धों की पेंशन कैसे निकल जाती है या फिर कौन निकाल लेता है तो क्षेत्र के इलाहाबाद बैंक शाखा तरबगंज और सर्व यूपी ग्रामीण बैंक शाखा ढोढेपुर से जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत इन संबंधित खातों के स्टेटमेंट के साथ ही विड्राल स्लिप भी मांगी। बैंक ने पेंशन आहरित किये जाने की पुष्टि की।
बोले खंड विकास अधिकारी
खंड विकास अधिकारी राजाराम ने बताया कि अभी उन्होंने कुछ माह पहले ही तरबगंज खंड विकास का कार्यभार संभाला है। इसकी जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर प्रकरण है और समाज कल्याण विभाग से जानकारी मांगी गई है। इसके अलावा सत्यापन करने वाले संबधित कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है।