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बहराइच में महिला ने कालोडियन बेबी को दिया जन्म

कुदरत का कहर

बहराइच में महिला ने कालोडियन बेबी को दिया जन्म
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊFri, 25 May 2018 11:21 PM
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महिला ने कालोडियन बेबी को दिया जन्म, हजारों में एक बच्चा होता है ऐसाहालत गंभीरबलरामपुर जिले के हर्रैया क्षेत्र के चौधरीडीह बिनहौनी कला की महिला को बालपुर उपकेन्द्र में भर्ती किया गया थाजिला अस्पताल से ट्रामा सेंटर किया रेफर लेकिन परिजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती करायाजीन स्तर पर गड़बड़ी से पैदाइसी बीमारी से ग्रसित होते हैं शिशुफोटो फाइल नम्बर: 25 बीएएचपीआईसी 15 कैप्सन: निजी हॉस्पिटल में भर्ती कोलेडियन बेबीबहराइच। हिन्दुस्तान संवादएक महिला ने कोलोडियन बेबी को जन्म दिया है। हालत गम्भीर होने पर उसे एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। बेबी को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। बेबी के शरीर पर मोम की भांति चमड़ी रूपी आवरण है। चिकित्सकों का कहना है कि जीन स्तर पर गड़बड़ी होने से गर्भ में ही शिशु इसके शिकार हो जाते हैं। ऐसी संक्रमित बीमारी हजारों में किसी एक नवजात में पाई जाती है। बलरामपुर जिले के हरैया थाना क्षेत्र के चौधरीडीह बिनहौनी कला गांव की रहने वाली अनीता देवी (23 ) पत्नी अलखराम यादव को गुरुवार की दोपहर प्रसव पीड़ा होने पर सिरसिया ब्लॉक के बालापुर स्वास्थ्य केन्द्र पर भर्ती कराया गया था। जहां अनीता ने कोलोडियन बेबी को जन्म दिया। जन्म के बाद नवजात की स्थिति देखकर चिकित्सक दंग रह गए। उसकी हालत देखते हुए चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल भिनगा रेफर किया, लेकिन संसाधनों की उपलब्धता न होने का हवाला देकर चिकित्सकों ने उसे बहराइच रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन नवजात को लेकर जिला अस्पताल आए। लेकिन यहां भी चिकित्सकों ने बच्चे को लखनऊ ले जाने का परामर्श दिया। लेकिन आर्थिक हालातों के चलते परिजनों ने पीड़ित शिशु को शहर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया है। बालरोग विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक घातक जीन आधारित बीमारी है।संक्रमण फैलने का होता है खतराबहराइच। पीड़ित परिजन नवजात को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। उसकी हालत को देखते हुए परीक्षण के बाद चिकित्सकों ने उन्हें ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया,लेकिन परिजन उसे लखनऊ न ले जाकर एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया है। चिकित्सक का कहना है कि ऐसे बच्चों में संक्रमण का काफी खतरा रहता है। जेनेटिक प्रभाव के चलते यह खतरनाक बीमारी होती है। यह बीमारी काफी गम्भीर है। लाइलाज नहीं है बीमारीबहराइच। जिला अस्पताल के बालरोग विशेषज्ञ डॉ.एहतशाम अली का कहना है कि कोलोडियन बेबी का मामला इससे पहले दिल्ली, अमृतसर व दूसरे महानगरों में सामने आया था। इससे पहले नागपुर में एक कोलोडियन नवजात के भर्ती होने की पुष्टि की गई थी। उन्होंने बताया कि इस पर शोध पूरा हो चुका है। अब यह बीमारी पूरी तरह लाइलाज नहीं है,बल्कि समय रहते इलाज शुरू होने पर नवजात की जान बच सकती है, लेकिन बहराइच में ऐसे रोग के इलाज से जुड़े संसाधन नहीं है।

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