Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़लखनऊThe people of the country and the state should decide the agenda of the Houses Om Birla

सदनों का एजेंडा देश व प्रदेश की जनता तय करे : ओम बिड़ला

सदनों में अशोभनीय आचरण पर स्पीकर ने जताई चिंता राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में बोले...

सदनों का एजेंडा देश व प्रदेश की जनता तय करे : ओम बिड़ला
Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊFri, 16 June 2023 12:30 PM
हमें फॉलो करें

सदनों में अशोभनीय आचरण पर स्पीकर ने जताई चिंता

राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में बोले शिवराज पाटिल, मीरा कुमार, सुमित्रा महाजन

मुंबई। विशेष संवाददाता

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संसद व विधानसभाओं में सदस्यों का मौजूदा व्यवहार चिंतनीय है। रोज -रोज सदन स्थगित होना, वेल में आकर नारेबाजी करना, कागज फाड़ना अशोभनीय है। सदस्यों को अपने क्षेत्र में बदलाव के लिए सजग होकर संघर्ष करना होगा। सदनों की मर्यादा जरूरी है। सदनों का एजेंडा देश व प्रदेश की जनता तय करे।

ओम बिड़ला गुरुवार को मुंबई में जियो कन्वेशन सेंटर में राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर बोल रहे थे। विधानमंडलों के सदस्यों को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि एक बार जब हम सांसद या विधायक बनते हैं तो किसी दल के नहीं केवल जनता के प्रतिनिधि होते हैं। सदन में बैठने वालों के आचरण पर भी सदन की गरिमा निर्भर करती है लेकिन सदन में कानून पर, योजनाओं पर चर्चा न होना, यह लोकतंत्र के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। सदन में घटती बैठकों की संख्या, अनुशासनहीनता चिंता की बात है। पीठासीन अधिकारी की कोशिश होती है कि वह निष्पक्ष रहें और न्याय करें।

ओम बिरला ने कहा कि विधानमंडलों के काम में पारदर्शी व जवाबदेही व्यवस्था बनानी चाहिए। हमारी जिम्मेदारी है कि लोकतांत्रिक संस्थाओं को कैसे और बेहतर बनाया जाए। लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने विधायकों को नसीहत देते हुए कहा कि माफ करना, आजकल नेता शब्द बड़ा खराब हो गया है। इस शब्द को ठीक करना है। लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष शिवराज पाटिल ने कहा कि विधायक बनना है तो संविधान को अच्छे से समझना जरूरी है। कम से कम बोलने की आदत डालना चाहिए ताकि दूसरों को भी मौका मिलना चाहिए।

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने कहा कि देखने में आया है कि हमारा एजेंडा मीडिया तय कर देता है। मीडिया में आने के लिए विधायक लालायित रहते हैं लेकिन मूल एजेंडा किनारे हो जाता है। हमारी विधानसभाएं ज्यादा दिन तक कैसे चलें और कैसे ज्यादा चर्चा हो। लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि यह सम्मेलन अद्भुत है। आगे विभिन्न विधानसभा भी इस तरह का आयोजन कराएं। राजनीतिक प्रशिक्षण का काम भी होना चाहिए। आयोजन के संयोजक राहुल वी. कराड ने कहा कि राजनीति दल भ्रष्ट हैं, खराब हैं, इस धारणा को बदलना जरूरी है। दलगत राजनीति से उपर उठ कर सुशासन पर बात व काम होनी चाहिए।

घंटा बजा कर हुआ सम्मेलन का आगाज

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, शिवराज पाटिल, मीरा कुमार महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस व विभिन्न विधानसभा अध्यक्षों ने मिल कर घंटा बजा कर इस आयोजन का शुभारंभ किया। विशाल घंटे से बंधी एक रस्सी को सबने मिल कर हिलाया तो उससे निकली ध्वनि ने समारोह का आगाज कर दिया। पहले दिन सम्मेलन में 80 मंत्री , 30 विधानसभा अध्यक्ष व 1470 विधायक व विधान परिषद सदस्य शामिल हुए।

यूपी में भी बनेगा राजनीतिक प्रशिक्षण केंद्र

देश की छह विधानसभा अपने यहां राजनीतिक प्रशिक्षण केंद्र बनाने को तैयार हो गई हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना, कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष कादिर फरीद, सिक्किम विधानसभा अध्यक्ष अरुण कुमार उप्रेती, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह व महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नर्वेकर ने राजनीतिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापना के लिए सहमति देते हुए लेटर आफ इंटेंट जारी किया।

लेटेस्ट   Hindi News,   बॉलीवुड न्यूज,  बिजनेस न्यूज,  टेक ,  ऑटो,  करियर ,और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें