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नवनिर्वाचित महापौर व पार्षदों का शपथ ग्रहण 12 को !

14 दिसम्बर को लग रहा खरमास, शुक्र अस्त होने से तीन फरवरी के बाद शुरू होंगे शुभ...

नवनिर्वाचित महापौर व पार्षदों का शपथ ग्रहण 12 को !
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊThu, 07 Dec 2017 07:59 PM
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14 दिसम्बर को लग रहा खरमास, शुक्र अस्त होने से तीन फरवरी के बाद शुरू होंगे शुभ कार्य

लखनऊ। प्रमुख संवाददाता

नवनिर्वाचित महापैर व 110 पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह 12 दिसंबर को लगभग तय है। इस तिथि पर गत रविवार को भाजपा के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में चर्चा भी हो चुकी है। अंतिम मोहर शुक्रवार को होने वाली बैठक में लग जाएगी।

दो माह बाद शुरू होंगे शुभ कार्य

दरअसल 14 दिसम्बर से खरमास लग रहा है। जो मकर संक्रांति तक चलेगा। इसके बाद शुक्र अस्त हो रहा है जो तीन फरवरी को उदय होगा। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं हो सकेगा। शादी विवाह की लग्न भी तीन फरवरी के बाद शुरू हो रही है। लिहाजा इससे पहले हरहाल में शपथ ग्रहण कराने की तैयारी है। 12 दिसम्बर को मंगलवार का शुभ दिन है। नव निर्वाचित महापौर संयुक्ता भाटिया का पूरा परिवार हनुमान भक्त है। चुनाव प्रचार शुरू करने से पहले व जीत के बाद संयुक्ता भाटिया ने अपने परिवार के साथ सबसे पहले हनुमान सेतु मंदिर में माथा टेका था। पूर्व महापौर दिनेश शर्मा ने भी अपने दोनों कार्यकाल में मंगलवार को शपथ ली थी। कार्यकारिणी व सदन की बैठकें भी मंगलवार को ही करते थे। यूपी सरकार की कैबिनेट की बैठक भी मंगलवार को ही होती है। फिलहाल इस तिथि पर अंतिम फैसले के लिए शुक्रवार को भाजपा के पदाधिकारियों की एक बार फिर बैठक बुलाई गई है। शाम तक इस पर फैसला हो जाएगा।

इंदिरागांधी प्रतिष्ठान या कन्वेंशन सेंटर में होगी शपथ

शपथ ग्रहण के लिए इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान या कन्वेंशन सेंटर को प्रस्तावित है। भीड़ के लिहाज से इंदिरागांधी प्रतिष्ठान ज्यादा मुफीद माना जा रहा है। नगर निगम के अधिकारी भी तिथि की घोषणा होने का इंतजार कर रहे हैं। वह अपनी तैयारी में जुटे हैं।

गृहमंत्री व मुख्यमंत्री की मौजूदगी संभव

शपथ ग्रहण समारोह में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कई बड़ी हस्तियों के शामिल होने की भी संभावना है। पार्षद व उनके परिवारीजनों के अलावा किसी को भी आने की इजाजत नहीं होगी। भाजपा नेताओं को आमंत्रित करने के लिए भी सूची तैयार की जा रही है। इसके अलावा पूर्व महापौर, शहर के सभी मंत्री, सांसद, विधायक, विश्वविद्यालयों के कुलपति, विभिन्न संस्थाओं के निदेशक, प्रमुख अधिकारियों व गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया जाएगा।

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