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पॉलीग्राफी टेस्ट से पकड़े गए सचिवालय कर्मी के हत्यारोपी

खुलासा गोसाईंगंज में तीन साल पहले हुई थी हत्या, साढ़ू और दामाद गिरफ्तार अनैतिक...

पॉलीग्राफी टेस्ट से पकड़े गए सचिवालय कर्मी के हत्यारोपी
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊFri, 18 Jun 2021 10:10 PM
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खुलासा

गोसाईंगंज में तीन साल पहले हुई थी हत्या, साढ़ू और दामाद गिरफ्तार

अनैतिक संबंधों का विरोध करना बना हत्या की वजह

लखनऊ। संवाददाता

गोसाईंगंज में तीन साल पहले सचिवालय कर्मी राजकुमार रावत की धारदार हथियार से वार कर हत्या की गई थी। आरोपी राजकुमार के साथी गुड्डू को फरार हो गए थे। सचिवालय कर्मी की पत्नी ने हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। जांच के दौरान कई विवेचक बदल गए। मगर, हत्या में शामिल आरोपियों का पता नहीं चल सका। इस कारण पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने लंबित मुकदमे की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी थी। आरोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने चश्मदीद गवाह का पॉलीग्राफी टेस्ट कराया था। जिसकी रिपोर्ट आने पर सचिवालय कर्मी की हत्या उसके साढ़ू और दामाद द्वारा किए जाने का पता चला।

पत्नी ने टेस्ट कराने से किया था इनकार

क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर राजेश द्विवेदी के मुताबिक सेमनापुर निवासी राजकुमार रावत की हत्या 28 मई 2018 को हुई थी। वारदात के वक्त राजकुमार के साथ गुड्डू भी मौजूद था। पहचान छिपाने के लिए आरोपियों ने गुड्डू को भी बुरी तरह घायल कर दिया था, लेकिन वह इलाज से ठीक हो गया। वहीं, राज कुमार की पत्नी निर्मला देवी ने पति की हत्या किए जाने का मुकदमा दर्ज कराया था। इंस्पेक्टर के अनुसार पति की हत्या के मामले में निर्मला देवी ने कई बार बयान बदला था। जिसकी वजह से उन पर शक गहरा गया। मार्च 2020 में क्राइम ब्रांच को जांच सौंपे जाने के बाद निर्मला देवी और चश्मदीद गुड्डू का पॉलीग्राफी टेस्ट कराने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी गई थी। स्वीकृति मिलने के बाद गुड्डू और निर्मला का पॉलीग्राफ टेस्ट होना था। मगर, निर्मला ने टेस्ट कराने से मना कर दिया। गुड्डू भी सहमा हुआ था। उसे विश्वास दिलाने के बाद टेस्ट कराने के लिए राजी किया गया था।

पॉलीग्राफ टेस्ट में हुई हत्यारोपियों की पहचान

चार मार्च को विधि विज्ञान प्रयोगशाला में गुड्डू का पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया था। लेकिन कोरोना संक्रमण बढ़ने की वजह से रिपोर्ट आने में देरी हुई। सात जून को विधि विज्ञान प्रयोगशाला से रिपोर्ट सौंपी गई। जिसमें पता चला कि टेस्ट के दौरान गुड्डू ने गोसाईंगंज निवासी रामप्रकाश और बाराबंकी सतरिख निवासी अशोक के हत्या में शामिल होने का बयान दिया था। इस आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि राजकुमार की गैरमौजूदगी में उसका साढ़ू राम प्रकाश घर आता था। यह बात राजकुमार को पसंद नहीं थी। पत्नी से विरोध करने पर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद निर्मला दामाद अशोक के घर चली गई थी। इसी घटना के बाद राम प्रकाश और अशोक ने राजकुमार की हत्या करने का मन बना लिया। 28 मई को मौका मिलते ही दोनों ने राजकुमार की हत्या की थी। इंस्पेक्टर राजेश द्विवेदी के मुताबिक हत्या की साजिश में शामिल अन्य लोगों के बारे में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

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