लखनऊ से आनंद विहार तक मार्च से चलेगी तेजस, सात घंटे में पूरा होगा सफर
पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन से तेजस एक्सप्रेस चलाने की हरी झंडी मिल गई है। जल्द ही लखनऊ से आनन्द विहार तक तेजस एक्सप्रेस फर्राटा भरेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि मार्च से इसका संचालन शुरू हो...
पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन से तेजस एक्सप्रेस चलाने की हरी झंडी मिल गई है। जल्द ही लखनऊ से आनन्द विहार तक तेजस एक्सप्रेस फर्राटा भरेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि मार्च से इसका संचालन शुरू हो जाएगा।
रेल बजट 2016 में जिन चार नई ट्रेनों की घोषणा हुई थी उनमें एक हमसफर और अन्त्योदय एक्सप्रेस का संचालन शुरू हो चुका है। दीनदयालु कोच भी गोरखधाम समेत कई गाड़ियों में लग चुकी हैं। इन दोनों के साथ ही अब पूर्वोत्तर रेलवे के हिस्से तेज रफ्तार से चलने वाली तेजस एक्सप्रेस भी आ गई। यह ट्रेन लखनऊ से सुबह चलेगी और सात घंटे में आनंद विहार पहुंच जाएगी। वहां से शाम को चलकर देर रात वापस लखनऊ आ जाएगी। गोरखपुर से लखनऊ के बीच ट्रैक की स्पीड का मानक फिलहाल 110 से 120 किमी प्रतिघंटा है जबकि तेजस की रफ्तार 130 किमी प्रति घंटा रखी गई है। गोरखपुर से लखनऊ तक ट्रैक 130 किमी प्रति घंटा होते ही तेजस को गोरखपुर तक बढ़ा दिया जाएगा।
यूपी कैबिनेट: निकायों के 2500 पदों पर भर्ती अधीनस्थ सेवा आयोग करेगा
तो 11 घंटे में पहुंच जाएंगे दिल्ली
तेजस के गोरखपुर तक आ जाने से दिल्ली की यात्रा 11 घंटे में पूरी की जा सकेगी। फिलहाल जो ट्रेनें चल रही हैं वह न्यूनतम 14 घंटे का समय लगाती हैं।
विशेष रंग में दिखेगा तेजस
तेजस एक्सप्रेस के सभी कोच गोल्डेन रंग से रंगे जा रहे हैं। इसमें उगता हुआ सूरज भी बनाया गया है जिसकी किरणें फैली हुई हैं। इसके साथ हल्के रंग की पत्तियों की डिजाइन भी बनाई गई है। इस कोच में रफ्तार के हिसाब से रंग भरा गया है।
योजना: हर ट्रेन में होंगे 22 कोच, किसी भी रूट पर दौड़ सकेगी कोई भी रेल
तेजस की खूबियां
सभी कोचों में सीसीटीवी कैमरे तो होंगे साथ ही स्मोक सेंसर भी होगा। कोच में अगर किसी भी तरह से कहीं से भी धुंआ उठा तो गार्ड और लोको पायलट को सेंसर के माध्यम से पता चल जाएगा। रेल कोच फैक्ट्री से बनकर तैयार तेजस एक्सप्रेस के डिब्बे विमान की खूबियों से लैस होंगी। आरसीएफ कपूरथला में अंतिम रूप दिए जा रहे तेजस के सीसी और एक्सक्यूटिव क्लास के दो कोच को ट्रायल के लिए जल्द ही लखनऊ लाया जाएगा।