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अगले पेराई सत्र के लिए गन्ना आरक्षण बैठकों का कार्यक्रम घोषित, 11 सित. को मेरठ जोन से होगी शुरूआत

विशेष संवाददाता-राज्य मुख्यालयपेराई सत्र 2017-18 में प्रदेश की चीनी मिलों के लिए गन्ना आवंटन के लिए आरक्षण बैठकों का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। गन्ना एवं चीनी आयुक्त कार्यालय के अनुसार बैठकों की...

अगले पेराई सत्र के लिए गन्ना आरक्षण बैठकों का  कार्यक्रम घोषित, 11 सित. को मेरठ जोन से होगी शुरूआत
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊTue, 05 Sep 2017 07:11 PM
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विशेष संवाददाता-राज्य मुख्यालयपेराई सत्र 2017-18 में प्रदेश की चीनी मिलों के लिए गन्ना आवंटन के लिए आरक्षण बैठकों का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। गन्ना एवं चीनी आयुक्त कार्यालय के अनुसार बैठकों की शुरुआत 11 सितंबर को मेरठ जोन से होगी। इसके बार 12 सितंबर को सहारनपुर, 13 सितंबर को मुरादाबाद, 14 सितंबर को बरेली, 15 सितंबर को लखनऊ और 18,19,20 व 21 सितंबर को क्रमशः देवीपाटन, फैजाबाद, गोरखपुर व देवरिया जोन की आरक्षण बैठक होगी। बैठकों में क्षेत्र के किसान प्रतिनिधि, चीनी मिल प्रबंधन के नुमाइंदे व गन्ना आयुक्त तथा प्रमुख सचिव के अलावा जिला गन्ना अधिकारी आदि शामिल होते हैं। चीनी मिलवार किसान अपने क्षेत्र के गन्ने के आवंटन की मांग करते हैं। अगर किसी चीनी मिल से गन्ना मूल्य भुगतान में देरी, घटतौली, फर्जी सट्टा आदि की शिकायतें होती हैं तो वह शिकायतें भी उठाई जाती हैं जिनके जवाब चीनी मिल प्रबंधन के लोग देते हैं। इन बैठकों में सहकारी चीनी मिल्स संघ, चीनी निगम के अलावा निजी चीनी मिलों के संगठन यूपी शुगर मिल्स एसोसिएशन (यूपी इस्मा) की भी हिस्सेदारी रहेगी। सहारनपुर जोन की 16 चीनी मिलों, जिनमें से 3 सहकारी क्षेत्र की हैं, मेरठ जोन की 15, जिनमें 4 सहकारी क्षेत्र की और एक निगम क्षेत्र की चीनी मिल है, के बाबत गन्ना क्षेत्र आरक्षण पर विचार किया जाएगा। इसी तरह मुरादाबाद जोन की 21 चीनी मिलों, जिनमें तीन सहकारी हैं और बरेली जोन की 18 चीनी मिलों, जिनमें सात सहकारी क्षेत्र की हैं के गन्ना क्षेत्र आरक्षण पर विचार होगा। इसके अलावा लखनऊ जोन की 19 चीनी मिलों, जिनमें तीन सहकारी क्षेत्र की हैं, के गन्ना क्षेत्र आरक्षण पर विचार विमर्श होगा।पूर्वी क्षेत्र में फैजाबाद की पांच चीनी मिलों, जिनमें एक सहकारी मिल है और देवीपाटन की 10 चीनी मिलों, जिनमें दो सहकारी हैं के क्षेत्र पर विचार होगा। इसी के साथ गोरखपुर क्षेत्र की पांच चीनी मिलों, और देवरिया क्षेत्र की आठ चीनी मिलों, जिनमें दो सहकारी क्षेत्र की मिले हैं के बारे में गन्ना क्षेत्र सुरक्षण आवंटन पर विचार होगा। पेराई सत्र में 116 संचालित चीनी मिलों ने 8271.62 लाख कुंतल गन्ने की पेराई कर 877.31 लाख कुंतल चीनी का उत्पादन किया है, जो पूरे देश में सर्वाधिक है। साथ ही चीनी परता 10.61 प्रतिशत रहा।

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