गन्ना समर्थन मूल्य अपर्याप्त, कांग्रेस गन्ना किसानों के साथ-जनवार
प्रदेश कांग्रेस ने राज्य सरकार द्वारा गन्ने के समर्थन मूल्य में मात्र 10 रूपये की बढ़ोत्तरी पर असन्तोष जाहिर करते हुए इसे अपर्याप्त बताया है। साथ ही, समर्थन मूल्य को फसल की बढ़ी हुई लागत के अनुसार...
प्रदेश कांग्रेस ने राज्य सरकार द्वारा गन्ने के समर्थन मूल्य में मात्र 10 रूपये की बढ़ोत्तरी पर असन्तोष जाहिर करते हुए इसे अपर्याप्त बताया है। साथ ही, समर्थन मूल्य को फसल की बढ़ी हुई लागत के अनुसार तय करने की मांग की है।
प्रदेश कांग्रेस की थिंक टैंक कमेटी के सदस्य रामेन्द्र जनवार ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि समर्थन मूल्य की घोषणा होते ही प्रदेश की पूरी गन्ना पट्टी के किसानों ने सांकेतिक रूप से गन्ने की होली जलाकर सरकार की घोषणा के खिलाफ अपना प्रतिरोध प्रदर्शित करना शुरू कर दिया है। किसानों के कई संगठन अलग-अलग जिलों में गन्ने की होली जलाकर अपना विरोध दर्ज करवा रहे हैं।
श्री जनवार ने कहा कि मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर के अतिरिक्त रूहेलखण्ड, अवध क्षेत्र और पूर्वी उत्तर प्रदेश के गन्ना पट्टी में किसान जी-तोड़ मेहनत कर उगाये गए गन्ने की होली जलाकर विरोध कर रहे हैं। सत्ता में आने के पहले मौजूदा सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से गन्ना समर्थन मूल्य 450 रूपये प्रति कुन्तल से ज्यादा करने की मांग की जा रही थी लेकिन खुद को किसानों की पार्टी कहने वाली पार्टी सत्ता में आते ही अपनी मांग भी भूल गई और लागत मूल्य में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी को नजरअंदाज करते हुए समर्थन मूल्य में मात्र 10 रुपये की बढ़ोत्तरी की है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदैव किसानों के हितों के लिए संघर्ष करती रही है। पार्टी भाजपा सरकार द्वारा किसानों के किए जा रहे उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करेगी। गन्ना मूल्य सहित गेहूं, धान, दलहन और तिलहन की फसलों का समुचित लाभकारी मूल्य यदि तय नहीं किया गया तो कांग्रेस किसानों के हितों को लेकर जिलों में बड़ा आन्दोलन खड़ा करेगी।