जीवन में सफलता के लिए अनुशासन जरूरी
Success in life requires discipline
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लखनऊ। कार्यालय संवाददाता
विद्यार्थियों के लिए अनुशासन बेहद जरूरी है। जीवन में सफलता के लिए इसकी सबसे ज्यादा भूमिका होती है। बिना अनुशासन कोई भी सफलता हासिल नहीं किया जा सकता है। यह कहना है राष्ट्रीय औषधीय शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (नाइपर) रायबरेली के निदेशक प्रो. एसजे फ्लोरा का। वह गुरुवार को सरोजनीनगर स्थिति आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के नए सत्र 2018-19 का शुभारम्भ ‘नवागमन प्रोग्राम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अनुशासन पालन एक अच्छे विद्यार्थी का धर्म है जो हमे भीड़ से अलग रखता है अनुशासित एवं सुनियोजित शिक्षा विद्यार्थी और विद्यालय दोनों के लिए लाभदायक है। मुख्य अतिथि प्रो. फ्लोरा ने कहा कि कठिन परिश्रम ही ध्येय होना चाहिए। यह देखना जरूरी नहीं हैं कि कौन क्या है? आवश्यकता है कि उस व्यक्ति के संघर्षों को जानने और अनुसरित करने की जो कि ऊंचाई तक पहुंचाने में उसके मार्ग में आए हो। प्रोग्राम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन के साथ हुई जिसके बाद आर्यकुल कॉलेज ऑफ फार्मेसी एंड रिसर्च के रिसर्च डायरेक्टर प्रो. रविकांत तिवारी द्वारा लिखी पुस्तक आर्गेनोएन्टीमनी कम्पाउंड का विमोचन हुआ। कॉलेज के चेयरमैन केजी सिंह एंव मैनेजिंग डायरेक्टर सशक्त सिंह ने विद्यार्थियों का स्वागत किया। इसी क्रम में मिस अंकिता अग्रवाल हेड ऑफ एजुकेशन, आदित्य कुमार सिंह हेड ऑफ फार्मेसी विभाग, अजय शुक्ला हेड ऑफ पत्रकारिता ने भी विद्याथियों का स्वागत किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की । इस अवसर पर कॉलेज के रजिट्रार सुदेश तिवारी, डिप्टी रजिट्रार हर्ष नारायण सिंह समेत अन्य मौजूद रहे।