अगस्त में छात्रसंघ चुनाव करा सकती है सरकार
राज्यपाल व उप मुख्यमंत्री की मौजूदगी में कुलपति सम्मेलन में होगी चर्चाअंकपत्रों व प्रमाणपत्रों को ‘आधार से जोड़ने पर भी होगा विचारप्रमुख संवाददाता / राज्य मुख्यालयप्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों और...
राज्यपाल व उप मुख्यमंत्री की मौजूदगी में कुलपति सम्मेलन में होगी चर्चाअंकपत्रों व प्रमाणपत्रों को ‘आधार से जोड़ने पर भी होगा विचारप्रमुख संवाददाता / राज्य मुख्यालयप्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों और संबद्ध महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव अगस्त में कराए जा सकते हैं। जल्द होने वाले कुलपति सम्मेलन में चर्चा के बाद इस मामले में अंतिम फैसला किया जाएगा। यह सम्मेलन राज्य विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति व राज्यपाल राम नाईक तथा उच्च शिक्षा मंत्री का भी पद संभाल रहे उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा की मौजूदगी में होने वाला है। इस कारण प्रदेश सरकार चाहती है कि सम्मेलन में छात्रसंघ चुनाव समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर निर्णय लेकर लंबे समय से चला आ रहा गतिरोध दूर किया जाए। विभागीय सूत्रों के अनुसार प्रदेश सरकार लिंगदोह कमेटी की संस्तुतियों के अनुसार ही छात्रसंघ चुनाव कराने के पक्ष में है। ऐसे में यदि चुनाव कराने का फैसला किया जाता है तो इन संस्तुतियों का सख्ती से पालन कराया जाएगा। विगत वर्षों में जिन शैक्षिक संस्थानों में छात्रसंघ चुनाव कराए गए वहां इन संस्तुतियों का ठीक से पालन नहीं कराया गया। वैसे ज्यादातर शैक्षिक संस्थानों ने छात्रसंघ चुनाव कराने से ही परहेज किया। प्रदेश सरकार विश्वविद्यालयों में छात्रों, अध्यापकों व कर्मचारियों की बायोमीट्रिक हाजिरी की व्यवस्था किए जाने के पक्ष में है। सम्मेलन में कुलपतियों के साथ इस मुद्दे पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा स्नातक स्तर पर समान पाठ्यक्रम, समान शुल्क ढांचा, परीक्षाओं में नकल रोकने, शोध कार्यों को बढ़ावा देने, परीक्षा सुधार के लिए सेमेस्टर प्रणाली अपनाने तथा शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती करने के मुद्दे पर भी चर्चा होगी। सम्मेलन में कुलपतियों से यह अपेक्षा भी की जाएगी कि वे अपने विश्वविद्यालयों की वेबसाइट को और उपयोगी बनाएं तथा महाविद्यालयों को आनलाइन संबद्धता दिए जाने की व्यवस्था कराएं। इसके अलावा छात्रों के अंकपत्रों व प्रमाणपत्रों को ‘आधार से जोड़ा जाए जिससे फर्जीवाड़ा रोका जा सके।