एयरपोर्ट पर नहीं बनेगा सोलर पार्क
एटीसी के पास खाली जमीन पर सोलर पैनल लगाकर 10 मेगावाट बिजली उत्पादन की...
एटीसी के पास खाली जमीन पर सोलर पैनल लगाकर 10 मेगावाट बिजली उत्पादन की परियोजना थी
एयरपोर्ट के निजीकरण के बाद परियोजना को ही खत्म कर दिया गया
लखनऊ मुख्य संवाददाता
एयरपोर्ट पर सोलर पार्क बनाने का सपना अधूरा ही रह गया। एयरपोर्ट अथॉरिटी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार सोलर पार्क से पावर कॉरपोरेशन को अतिरिक्त ऊर्जा मिलनी थी। एयरपोर्ट को इससे निर्बाध बिजली मिलती। अब इस परियोजना को ही खत्म कर दिया गया है।
वर्ष 2018 में 350 करोड़ रुपए से एयरपोर्ट विस्तार के लिए प्रयास शुरू हुए थे। इसमें एटीसी के पास विशालकाय सोलर पार्क बनाना भी शामिल था। परियोजना को एयरपोर्ट अथॉरिटी मुख्यालय से मंजूरी भी मिल चुकी थी। शुरुआत में ही 10 मेगावाट बिजली का उत्पादन सौर ऊर्जा से किए जाने का लक्ष्य रखा गया। जमीन को समतल करने का कार्य भी शुरू हो चुका था। इस बीच एयरपोर्ट के निजीकरण की प्रक्रिया शुरू हुई तो परियोजना पर काम धीमा हो गया। निजीकरण के बाद अब इस परियोजना का कोई नामोनिशान तक नहीं बचा है। एक पूर्व अधिकारी के अनुसार मौजूदा समय एयरपोर्ट के रूफटॉप सोलर पैनलों से 515 किलोवाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है।
जिसके लिए विमानों की आवाजाही पर अंकुश, वह परियोजना ठप
एयरपोर्ट पर विमानों के स्टैंड यानी एप्रन बे बनाने के लिए जनवरी - फरवरी में फाइलें खूब गति पकड़ीं। अप्रैल से लेकर जुलाई तक का नोटम यानी नोटिस टू एयरमैन भी जारी कर दिया गया। इसमें कोई भी हवाई अड्डा यह घोषणा करता है कि तय समय के बीच कोई उड़ान नहीं होगी। अप्रैल से सभी विमानन कंपनियां इसका पालन कर रही हैं। बावजूद इसके अभी तक कोई कार्य नहीं हुआ। मौजूदा समय 17 एप्रन हैं। इनमें 14 नियमित उड़ानों और तीन राज्य सरकार के विमानों के लिए हैं। इनकी संख्या को 22 किया जाना है। एयरपोर्ट सूत्रों का कहना है कि कोविड के कारण यह कार्य रुका हुआ है।