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सीतापुर : आर्यावर्त बैंक का सर्वर गायब, 28 लाख ग्राहक परेशान

जनपद में ग्रामीण अंचल की रीढ़ आर्यावर्त बैंक इन दिनों लचक खा गई है। पिछले चार दिन से बैंक शाखाओं में नेटवर्क नहीं आ रहा है। 28 लाख ग्राहकों का लेनदेन रुक गया है। इससे सर्वाधिक प्रभावित किसान हो रहे...

सीतापुर : आर्यावर्त बैंक का सर्वर गायब, 28 लाख ग्राहक परेशान
हिन्दुस्तान संवाद, सीतापुर । Tue, 16 Jul 2019 04:47 PM
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जनपद में ग्रामीण अंचल की रीढ़ आर्यावर्त बैंक इन दिनों लचक खा गई है। पिछले चार दिन से बैंक शाखाओं में नेटवर्क नहीं आ रहा है। 28 लाख ग्राहकों का लेनदेन रुक गया है। इससे सर्वाधिक प्रभावित किसान हो रहे हैं।

जनपद में आर्यावर्त बैंक के दो क्षेत्र और 136 शाखाएं हैं। 28 लाख खाताधारक हैं। इसमें अधिकांश खाताधारक ग्रामीण और किसान हैं। पिछले चार दिनों से बैंक शाखाओं में सर्वर गुल है। ऐसे में खाताधारकों का लेनदेन रुक गया है। धान की रोपाई इस समय चरम पर चल रही है। बैंक का कामकाज ठप होने से किसानों के क्रेडिट कार्ड प्लास्टिक का टुकड़ा बनकर रह गए हैं। किसान उधार व्यवहार लेकर काम चला रहे हैं।

क्षेत्रीय प्रबंधक पुरुषोत्तम सिंह का कहना है कि आर्यावर्त बैंक का विलय बैंक ऑफ इंडिया में हो गया है। डाटा ट्रांसफर की प्रक्रिया चल रही है। इसी के चलते पिछले चार दिनों से सर्वर गायब है। एक-दो दिन में प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और सर्वर व्यवस्था ठीक हो जाएगी। किसानों का कहना है कि बैंक गलत समय पर डाटा ट्रांसफर कर रही है। केसरा के किसान चंद्रशेखर ने कहा कि धान की रोपाई में एक बड़े एमाउण्ट की जरूरत होती है। बैंक में लेनदेन हो नहीं रहा है। क्रेडिट कार्ड महत्वहीन हो गए हैं। शलहाबाद के किसान सतीश का कहना है कि अधिकांश किसानों की खेती किसानी के्रडिट कार्ड पर निर्भर है। बैंक में पिछल कई दिन से लेनदेन नहीं हो रहा है। ऐसे में किसान उधार व्यवहार लेकर काम चला रहे हैं। गांवों में सूदखोर भी सक्रिय हो गए हैं।

छोटे किसानों के सामने खड़ी हो गई समस्या:
बैंक बंद होने से छोटे किसानों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। किसान गिरवी रखकर पैसे का इंतजाम कर रहे हैं। सूदखोर भारी ब्याज लगाकर किसानों को कर्ज दे रहे हैं। ऐसे में किसान हलकान हैं। परसरदा के किसान जोगराज का कहना है कि धान लगवाने के लिए पत्नी की अंगूठी सर्राफ के यहां गिरवी रखनी पड़ी है। खाद-पानी तो उधार मिल गया था लेकिन लेबर के भुगतान के लिए पैसे नहीं थे। 

 
आर्यावर्त बैंक का विलय बैंक ऑफ इंडिया में हो गया है। डाटा ट्रांसफर की प्रक्रिया चल रही है। इसी के चलते सर्वर पिछले चार दिनों से ठप है। एक दो दिन में प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और व्यवस्था ठीक हो जाएगी। 
-पुरुषोत्तम सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक सीतापुर

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