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श्रीरामजन्मभूमि न्यास अध्यक्ष का जन्मोत्सव समारोह शुरू

समारोह

श्रीरामजन्मभूमि न्यास अध्यक्ष का जन्मोत्सव समारोह शुरू
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊMon, 18 Jun 2018 09:05 PM
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श्रीरामजन्मभूमि न्यास अध्यक्ष का 80वां जन्म महोत्सव शुरू

मणिराम छावनी

श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का भी हुआ श्रीगणेश

देश भर के धर्माचार्यों सहित संघ परिवार के विभिन्न घटकों के नेताओं का आगमन शुरू

भानुपुरा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी दिव्यानंद सरस्वती ने दीप प्रज्जवलित कर किया महोत्सव का शुभारम्भ

फोटो फाइल नंबर 18 एफजेडपीआईसी 12- कैप्शन- श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास महाराज के 80वें जन्मोत्सव समारोह में मंचासीन भानुपुरा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी दिव्यानंद सरस्वती व अन्य धर्माचार्य

अयोध्या। हिन्दुस्तान संवाद

मणिराम छावनी के पीठाधीश्वर एवं श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास महाराज का 80वां जन्मोत्सव समारोह सोमवार को पूरी भव्यता के साथ शुरु हो गया। जन्म महोत्सव पर आयोजित समारोह का अनावरण भानुपुरा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी दिव्यानंद सरस्वती ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इसी के साथ वृंदावन के प्रख्यात कथा वाचक श्रीकृष्ण चन्द्र ठाकुर के श्रीमुख से श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का भी श्रीगणेश हो गया।

इससे पहले मणिराम छावनी सेवा ट्रस्ट की ओर से संचालित प्राकृतिक चिकित्सालय के परिसर से बाजे-गाजे के साथ भव्य कलश यात्रा निकाली गई। यह कलश यात्रा मुख्य मार्ग से होते हुए सरयू तट पहुंची और वहां पूजन-अर्चन के उपरांत अपने गंतव्य पर वापस हुई। इस मौके पर श्रीमद् भागवत का सस्वर पारायण किया गया। कलश यात्रा में बिन्दुगद्याचार्य स्वामी देवेन्द्र प्रसादाचार्य सहित अन्य संत-महंत रथ पर शोभायमान रहे। वहीं यजमान परिवार की श्रद्धालु महिलाएं नाचते-गाते हुए चल रही थीं।

देर शाम कथा का शुभारम्भ करते हुये कथा व्यास श्री ठाकुर ने तीर्थ में भागवत कथा के महात्म्य का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि वस्तुत: श्रीमद्भागवत भगवान श्रीकृष्ण का वांग्मय विग्रह है। इससे पहले समारोह का अनावरण करते हुए जगद्गुरु शंकराचार्य श्री सरस्वती ने कहा कि जीवन की कामना करने वाले को पहले मरना सीखना होगा। उन्होंने कहा कि भागवत मृत्यु का वरण करना सिखाती है। महाराज परीक्षित ने सुकदेव महाराज के श्रीमुख से भागवत कथा का श्रवण करते हुए मृत्यु का वरण उत्सव के रूप में किया। शंकराचार्य महाराज ने कहा कि कथा के इसी संदेश को ग्रहण करना ही उद्देश्य की सार्थकता है।

इस मौके पर न्यास अध्यक्ष के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास व भाजपा सांसद लल्लू सिंह के साथ भाजपा विधायक वेद प्रकाश गुप्त व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने सभी संतों का माल्यार्पण कर स्वागत किया और न्यास अध्यक्ष के चिरायु होने की प्रार्थना की। इसी क्रम में वृंदावन के संत गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, अखिल भारतीय आचार्य महासभा के महामंत्री स्वामी परमात्मानंद महाराज, विहिप के केन्द्रीय मंत्री राजेन्द्र सिंह पंकज, दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेश दास, सनकादिक आश्रम के महंत कन्हैया दास रामायणी, रामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमार दास, नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास, महंत रामटहल शरण वेदांती, महंत अवध बिहारी दास , महंत कमला दास व्यास, महंत गिरीश दास, महंत शशि दास, महंत गिरीश पति त्रिपाठी, महंत मनीष दास, महंत छविराम दास, महंत गोपाल दास, महंत राम कुमार दास, पुजारी व पार्षद रमेश दास एवं अनुज दास सहित अन्य ने न्यास अध्यक्ष के प्रति अपनी श्रद्धा निवेदित कर उनके शतायु होने की प्रार्थना की। संचालन महंत डॉ. रामानंद दास ने किया।

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