एक भारत: सरदार पटेल प्रदर्शनी में पटेल के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान को जानें
- उप मुख्यमंत्री ने पटेल के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी के शुभारंभ के मौके पर किया...
- उप मुख्यमंत्री ने पटेल के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी के शुभारंभ के मौके पर किया आह्वान- डिजीटल तकनीक से स्क्रीन पर खुद सरदार पटेल देंगे स्वतंत्रता इतिहास से संबंधित प्रश्नों के उत्तरलखनऊ।आंचलिक विज्ञान नगरी में सोमवार को डिजीटल तकनीक पर आधारित एक भारतः सरदार पटेल प्रदर्शनी का शुभारंभ उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने किया। परियोजना समायोजक डा. राज मेहरोत्रा ने डा. शर्मा को प्रदर्शनी में डिजिटल तकनीक से बनाए गए विभिन्न स्क्रीनों के माध्यम से भारत के स्वतंत्रता इतिहास के बारे में जानकारी दी। पद्रर्शनी में मौर्य काल, मुगल काल व ब्रिटिस काल के नक्शों को डिजीटल स्क्रीन पर दर्शाया गया। इस मौके पर डा. शर्मा ने सरदार पटेल के मूर्ति के पास खड़े होकर फोटो भी खिंचवाई। यह मूर्ति सरदार के उप प्रधानमंत्रित्व काल में उनके ऑफिस पर आधारित है। इस मौके पर विज्ञान नगरी के ऑडीटोरियम में आयोजित समारोह में अपने संबोधन में डा. शर्मा ने कहा कि मैं इस विशेष प्रदर्शनी के उद्घाटन पर यहाँ आकर गौरव का अनुभव कर रहा हूं। इस उपलब्धि पर मैं आंचलिक विज्ञान नगरी व राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद् के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई देता हूं। प्रदर्शनी में विज्ञान की उत्कर्ष तकनीक के प्रयोग से सरदार पटेल से जीवंत रूप में प्रश्न पूछ सकते हैं और प्रश्नों का उत्तर भी सरदार पटेल खुद दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल व प्रयासों से देश में विज्ञान व आधुनिकतम तकनीकी के प्रयोग में एक क्रांति आई है। परियोजना समायोजक डा. राज मेहरोत्रा ने बताया कि भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद् ने सरदार वल्लभभाई पटेल के कार्य और उपलब्धियों से संबंधित इस अनूठी प्रदर्शनी को तैयार किया गया है। बताया कि यह विशेष प्रदर्शनी अगले दो माह चलेगी। आईआईटीआर के निदेशक आलोक धवन ने पूर्णकालिक प्रदर्शनी लगाने की सलाह दी।प्रदेश के छात्र-छात्राओं को प्रदर्शनी से कराएं रूबरूडा. शर्मा ने कहा कि यह प्रदर्शनी ज्ञान और आधुनिकतम तकनीकी से लबरेज है। अतः प्रदेश के छात्र-छात्रायें इस प्रदर्शनी का भरपूर लाभ उठायें। संगठित प्रजातांत्रिक-गणतांत्रिक भारत के सृजनकर्ता सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनशैली से सीख लें। विश्वास जताया कि सरदार पटेल के विचारों और देश प्रेम की भावना को यदि बच्चे अपने जीवन में उतारेगें तो प्रदेश के साथ ही भारत की उन्नति में योगदान दे सकेंगे। प्रदेश के शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सलाह दी कि प्रदेश से अधिक से अधिक बच्चे इस प्रदर्शनी का भ्रमण करवाएं। साथ ही आंचलिक विज्ञान नगरी में महात्मा गाँधी समेत अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में ऐसी ही प्रदर्शनियों को स्थायी रूप से लगाने की सलाह दी।