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रेरा ने सुनी सुनी भवन भूखण्ड खरदीने वालों की पीड़ा

रेरा अध्यक्ष राजीव कुमार ने बिल्डरों को 10 दिन में टाउनशिप में सुधार की दी...

रेरा ने सुनी सुनी भवन भूखण्ड खरदीने वालों की पीड़ा
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊMon, 27 Aug 2018 07:42 PM
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रेरा अध्यक्ष राजीव कुमार ने बिल्डरों को 10 दिन में टाउनशिप में सुधार की दी चेतावनी

लखनऊ। रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथारिटी (रेरा) ने सोमवार को बिल्डरों की धोखाधड़ी का शिकार हुए लोगों की पीड़ा सुनी। रेरा के ओल्ड हैदराबाद स्थित मुख्यालय में अध्यक्ष राजीव कुमार, सदस्य बलविन्दर कुमार, संयुक्त सचिव एनएन सिंह सहित सभी सदस्यों ने एक एक कर आवंटियों की तकलीफें सुनी। पीड़ा सुनाते सुनाते कई आवंटियों की आंखें भर आयी। कई खरीदारों ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन की गाढ़ी कमाई लगा दी। अब उनके पास कुछ नहीं बचा है। बिल्डर न मकान दे रहा है और न पैसे। रेरा अध्यक्ष राजीव कुमार ने अंसल एपीआई सहित सभी बिल्डरों को 10 दिनों में सुधार की चेतावनी दी है।

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अंसल एपीआई बिल्डर शहर के 9000 से ज्यादा लोगों को पैसा दबाया

अंसल एपीआई बिल्डर की सबसे ज्यादा शिकायतें आयी हैं। बिल्डर ने शहर के 9000 से ज्यादा लोगों का करीब 500 करोड़ रुपए से ज्यादा रकम दबा रखा है। अब उसने काम बंद कर दिया है। अब वह न तो पैसे वापस कर रहा है और न उन्हें मकान प्लाट दे रहा है।

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नक्शा पास कराकर खुदी नहीं बनायी बिल्डिंग, बिल्डरों को बेची

असंल का एक और खुलासा सोमवार को हुआ। उसने एलडीए से अपनी टाउनशिप में बिल्डिंग का नक्शा पास कराकर उसे दूसरे बिल्डरों को बेच दिया। इसे बेचकर उसने अरबों रुपए कमा लिए। अब यहां सड़क, सीवर, नाले नालियां, एसटीपी, सब स्टेशन, पुलिस स्टेशन, चौकी का विकास नहीं करा रहा है।

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दूसरे नम्बर पर रोहताश, आंवटियों ने कहा गायब है बिल्डर

लोगों का पैसा हड़पने के मामले में रोहताश बिल्डर भी कम नहीं है। उसकी भी हजारों शिकायतें हैं। उसकी रायबरेली रोड, फैजाबाद रोड, सुल्तानपुर रोड, फैजाबाद रोड तथा विभूतिखण्ड स्थित प्लूमेरिया व प्रेसीडेन्शियल के भी करीब पांच हजार आवंटी भटक रहे हैं।

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बीबीडी ग्रीन सिटी में भी लोग परेशान

बीबीडी ग्रीन सिटी में भी मकान व प्लाट खरीदने वाले परेशान हैं। यहां भी सैकड़ों लोग परेशान घूम रहे हैं। कई लोगों ने शिकायत की कि बिल्डर उन्हें कब्जे नहीं दे रहा है। उनके पैसे दबा लिए हैं। जो सुविधाए देने को कहा था उसे भी नहीं दे रहा है।

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बिल्डर ने की बिल्डर की शिकायत

यहां बिल्डर भी बिल्डर की शिकायत करते हुए दिखाई दिए। लार्ड शिवा इन्फ्रा एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड ने रेरा में शिकायत की कि अंसल बिल्डर उन्हें उनके प्लाट की रजिस्ट व कब्जा नहीं दे रहा है। इसी तरह उससे प्लाट लेने वाले तमाम और बिल्डर परेशान हैं।

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एलडीए की भी आयी भारी शिकायतें, सुविधाएं न देने का आरोप

रेरा की सुनवायी में एलडीए की भी भारी शिकायतें आयीं हैं। गोमतीनगर विस्तार के रिवर व्यू अपार्टमेंट, ग्रीन वुड अपार्टमेंट, सुलभ आवास योजना, जानकीपुरम विस्तार के तमाम आवंटियों ने शिकायत दर्ज करायी। लोगों ने बताया कि प्राधिकरण के बनाए मकान ठीक नहीं है। सुलभ आवास योजना के मकान टपक रहे हैं। रिवर व्यू व गोमतीनगर विस्तार के लोगों को एलडीए ने क्लब व स्वीमिंग पूल देने का वादा किया था।

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असंल एपीआई से हमने सुशान्त गोल्फ सिटी में 1.75 करोड़ में कामर्शियल प्लाट खरीदा था। पूरा पैसा देने के बावजूद बिल्डर प्लाट की रजिस्टी नहीं कर रहा।

डॉ. राकेश गुप्ता, पीड़ित आवंटी

जनकीपुरम विस्तार में एलडीए का विकास कार्य अधूरा है। यहां काफी दिक्कतें हैं। प्राधिकरण से लगातार शिकायतें की जा रही हैं।

विनय कृष्ण पाण्डेय,महासचिव, जानकीपुरम विस्तार संयुक्त कल्याण महासंघ

हमने बीबीडी ग्रीन सिटी में प्लाट लिया है। यहां सुविधाओं का अभाव है। बिल्डर की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

अमित जैन, पीड़ित, बीबीडी ग्रीन सिटी

हमने रोहतास बिल्डर के फैजाबाद रोड स्थित स्कीम प्लेटिना में फ्लैट लिया था। बिल्डर ने काम बंद कर दिया है। बैंक ने उसकी सम्पत्ति अटैच कर ली है।

श्याम नरायण मिश्रा, पीड़ित, रोहतास बिल्डर

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यह भी आयीं शिकायतें

--बिल्डर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं

--कार्यालय व घर पर मिलते नहीं

--जमीन व मकान बेचकर भागने की फिराक में

--बिल्डर गुण्डई कर रहे हैं, पुलिस भी उनके साथ मिली

--पैसा वापस करने का जो चेक देते है वह बाउन्स हो रही है

--कोई तारीख नहीं बताते कब देंगे पैसा या मकान

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बिल्डरों व क्रेडाई ने भी रखा अपना पक्ष

बाद में क्रेडाई के सदस्यों के साथ बिल्डरों ने भी रेरा अध्यक्ष के सामने अपना पक्षा रखा। क्रेडाई के सदस्यों ने कहा कि सभी बिल्डर फर्जीवाड़ा नहीं कर रहे हैं। तमाम मकान देना चाहते हैं। उन्हें थोड़े से मदद की जरुरत है।

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तीन महीने में रेरा में दर्ज शिकायतों को निस्तारण कर दिया जाएगा। 75 प्रतिशत शिकायतें एनसीआर की हैं। केवल 25 प्रतिशत लखनऊ व आस पास की हैं। बिल्डरों को लोगों को उनके मकान देने होंगे। यह संस्था खरीदारों के लिए बनी है। एक्ट के अनुसार लोगों की समस्याओं का समाधान होगा। बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

राजीव कुमार, अध्यक्ष, रियल एस्टेट, रेगुलेटरी अथारिटी(रेरा)

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