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100 अस्पताल अगले छह महीने में हो जाएंगे ई-अस्पताल: रवि शंकर

प्रमुख संवाददाता / राज्य मुख्यालययूपी के 100 अस्पताल अगले छह महीनों में ई-अस्पताल हो जाएंगे। इन अस्पतालों में मरीज ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे और डॉक्टर से मिलने का समय ले सकेंगे। इस योजना में लखनऊ...

100 अस्पताल अगले छह महीने में हो जाएंगे ई-अस्पताल: रवि शंकर
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊTue, 06 Jun 2017 08:35 PM
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प्रमुख संवाददाता / राज्य मुख्यालययूपी के 100 अस्पताल अगले छह महीनों में ई-अस्पताल हो जाएंगे। इन अस्पतालों में मरीज ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे और डॉक्टर से मिलने का समय ले सकेंगे। इस योजना में लखनऊ के राम मनोहर लोहिया व श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल के साथ किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय भी शामिल है। यह जानकारी मंगलवार को केन्द्रीय कानून व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दी। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ भी मौजूद थे। इन ई-अस्पतालों के संचालित करने के लिए केन्द्र सरकार प्रदेश के अस्पताल कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेगी। श्री प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री की इच्छा पर 1500 सीट के बीपीओ गाजीपुर, बरेली, इलाहाबाद, उन्नाव और लखनऊ में और इतने ही बीपीओ बुन्देलखण्ड में झांसी व चित्रकूट में स्थापित किए जाएंगे। टाटा कन्सलटेन्सी सर्विस (टीसीएस)1 हजार सीट का बीपीओ वाराणसी में स्थापित करेगी। इन बीपीओ के मार्फत युवाओं को रोजगार मिलेगा। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने बताया कि एक दिन पहले ही उन्होंने नोएडा में सैमसंग कंपनी की एक इकाई का शुभारम्भ किया है। इस इकाई से हर साल 10 करोड़ मोबाइल बनाए जाएंगे। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में अगले दो तीन सालों में औद्योगिक निवेश इतना अधिक होगा, जितना पिछले 15 सालों में नहीं हुआ।श्री प्रसाद ने बताया कि पूरे देश में सूचना प्रौद्योगिकी का निर्यात 7.5 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। इनमें 19000 करोड़ नोएडा 150 करोड़ लखनऊ और 10 करोड़ इलाहाबाद और गोरखपुर के साफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क से निर्यात हो रहा है। केन्द्र सरकार मेरठ व आगरा के साफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क को और मजबूत करेगी।तीन तलाक और राम मंदिर मुद्दे को एक चश्मे से देखना गलतकांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रख्यात वकील कपिल सिब्बल द्वारा सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर और तीन तलाक की तुलना किए जाने के बाबत श्री प्रसाद ने कहा कि श्री सिब्बल द्वारा दोनों मामलों को एक ही चश्मे से देखना गलत है। राम मंदिर आस्था का विषय है, जबकि तीन तलाक संवैधानिक मामला है।कानून-व्यवस्था दिन प्रति दिन ठीक हो रहीप्रदेश में विपक्षी दलों द्वारा कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए जाने के बाबत मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के पास अब कोई काम नहीं रह गया है। ऐसे में मेरी सलाह है कि अब वह आराम करे। विपक्षी सरकारों ने जिन खराब हालातों में प्रदेश को सौंपा है, उसे ठीक करने में कुछ समय तो लगेगा ही लेकिन यह जरूर है कि कानून- व्यवस्था की स्थिति दिन ब दिन ठीक हो रही है।

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