रणजी ट्राफी : नदीम ने करियर का पहला शतक जड़ झारखण्ड को पहुंचाया 300 के पार
टीम में एक शुद्ध फिरकी गेंदबाज के तौर पर शामिल शाहबाज नदीम ने रणजी ट्राफी में उत्तर प्रदेश के खिलाफ साबित कर दिया कि अगर धैर्य से खेला जाए तो किसी भी विकेट पर बढ़िया स्कोर किया जा सकता है। अटल बिहारी...
टीम में एक शुद्ध फिरकी गेंदबाज के तौर पर शामिल शाहबाज नदीम ने रणजी ट्राफी में उत्तर प्रदेश के खिलाफ साबित कर दिया कि अगर धैर्य से खेला जाए तो किसी भी विकेट पर बढ़िया स्कोर किया जा सकता है। अटल बिहारी बाजपेयी अंतरराष्ट्रीय इकाना स्टेडियम में रणजी ट्राफी(Ranji Trophy) मुकाबले में उत्तर प्रदेश के खिलाफ पहले दिन झारखण्ड 6 विकेट पर 157 रनों पर संघर्ष कर रही थी। उसके बाद शाहबाज नदीम ने ईशांक जग्गी के साथ मिलकर अपनी टीम का आंकड़ा दूसरे दिन शनिवार की सुबह 300 रनों के पार पहुंचा दिया। उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में पहला शतक (109)(Nadeem's first century) जमाया। यह शतक उन्होंने 101वें मैच में जमाया। इससे पहले प्रथम श्रेणी में उनका उच्च स्कोर 84 रन था। पर जग्गी शतक बनाने से पांच रनों से चूक गए। नदीम व जग्गी की शानदार पारियों की मदद से झारखण्ड ने अपनी पहली पारी में सभी विकेट खोकर 354 रन बनाए।
29 वर्षीय शाहबाज नदीम ने महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में केरल के खिलाफ रणजी ट्राफी का पहला मैच खेला था। यह उनका 101वां मैच है। पिछले माह न्यूजीलैण्ड में उसी की ए-टीम के खिलाफ शानदार गेंदबाजी कर लौटे नदीम यह इस सत्र में यह पहला रणजी ट्राफी मुकाबला है। नदीम उस समय बल्लेबाजी करने उतरे थे जब झारखण्ड का स्कोर छह विकेट पर 157 रन था। पहले दिन झारखण्ड ने छह विकेट पर 278 रन बनाए थे। ईशान जग्गी 76 और शाहबाज नदीम 70 रन पर खेल रहे थे।
शतक से चूके जग्गी
दूसरे दिन शनिवार को झारखण्ड ने अपने स्कोर में 50 रन और जोड़े थे कि ईशांक जग्गी को ध्रुव प्रताप सिंह ने उपेंद्र यादव के हाथ कैच आउट करा दिया। जग्गी सिर्फ पांच रन से अपने प्रथम श्रेणी करियर का 19वां शतक जमाने से चूक गए। उन्होंने 224 गेंदों पर 95 रनों की पारी नौ चौकों की मदद से खेली। जग्गी ने सातवें विकेट के लिए शाहबाज नदीम के साथ मिलकर 171 रनों की साझेदारी। स्कोर जब 337 रन पहुंचा तो ध्रुव प्रताप सिंह ने विकेट पर टिके शाहबाज नदीम को मो. सैफ के हाथों कैच लपकवा दिया। इसी के साथ नदीम की पारी की 109 रनों पर अंत हुआ। उन्होंने 215 गेंदों का सामना किया और 14 चौके जड़े। इसके बाद वरुण एरान 04, राहुल शुक्ला 13 रन पर आउट हुए। अजय यादव बिना खाता खोले नाबाद रहे।
करियर की उम्दा गेंदबाजी
उत्तर प्रदेश के तेज गेंदबाज ध्रुव प्रताप सिंह अपने प्रथम श्रेणी करियर के पांचवें मैच में शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने अपने 26 ओवरों के स्पेल में 105 रन देकर छह विकेट लिए। यह उनके करियर की सबसे उम्दा गेंदबाजी है। इसके पूर्व उन्होंने पिछले साल कर्नाटक के खिलाफ 108 रन देकर तीन विकेट लिए थे। इम्तियाज ने दो, यश दयाल और सौरभ कुमार ने एक-एक विकेट लिए।
संक्षिप्त स्कोर :
झारखण्ड पहली पारी :
कुमार देवब्रत एलबीडब्ल्यू बो. इम्तियाज 33, मो. नाजिम का रैना बो. यश दयाल 00, उत्कर्ष सिंह एलबीडब्ल्यू बो. ध्रुव प्रताप 13, सौरभ तिवारी का. अक्शदीप बो. ध्रुप प्रताप 08, ईशांक जग्गी का. उपेंद्र यादव बो. ध्रुव प्रताप 95, ईशान किशन बो ध्रुव प्रताप 54, अनुकूल रॉय का. उपेंद्र यादव बो. ध्रुप प्रताप 15, शाहबाज नदीम का. मो.सैफ बो ध्रुव प्रताप 109, वरुण एरान बो. इम्तियाज 04, राहुल शुक्ला बो सौरभ कुमार 13, अजय यादव नाबाद 00. अतिरिक्त : 10, कुल 117.1 ओवर में 354 रन पर आल आउट।
गेंदबाजीः
इम्तियाज 30.1-5-81-2, यश दयाल 32-7-91-1, ध्रुप प्रताप 26-5-105-6, सौरभ कुमार 2-4-63-1, अक्शदीप 3-1-4-0, रिंकू सिंह 1-0-3-0
विकेट पतनः 1-0(नजीम), 2-47(उत्कर्ष), 3-55(देवोब्रत), 4-89(सौरभ तिवारी), 5-141(ईशान किशन), 6-157(अनुकूल राय), 7-328 (ईशांक जग्गी), 8-337 (शाहबाज नदीम), 9- 354(राहुल शुक्ला), 10-354(वरुण एरान)।