निजी अस्पताल पर इलाज में कोताही का आरोप
लखनऊ। इंडियन रेलवे एकाउंट सर्विस के एक अफसर ने गोमतीनगर विस्तार के निजी अस्पताल...
लखनऊ। इंडियन रेलवे एकाउंट सर्विस के एक अफसर ने गोमतीनगर विस्तार के निजी अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अफसर का आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने मां की जांच के एवज में मोटी रकम वसूली। जांच कराने में एक माह गुजार दिया। इसके बावजूद मां के गर्भाशय का ऑपरेशन नहीं किया। समुचित इलाज के अभाव में मां की तबीयत बिगड़ती चली गई। आखिर में चंडीगढ़ के निजी अस्पताल ले जाना पड़ा। जहां डॉक्टरों ने मां का इलाज कर जान बचाई।
आईआरएस ऑफिसर आस्थानंद पाठक के मुताबिक मां को गर्भाशय संबंधी दिक्कत हुई। आठ जुलाई को मां को लेकर गोमतीनगर के निजी अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टर इलाज के बजाए एक से दूसरे और फिर तीसरे डॉक्टर के पास रेफर करते रहे। सभी ने जांच की और मोटी फीस वसूली। इसके बाद चौथे डॉक्टर के पास मां को रेफर कर दिया गया। इसमें करीब तीन हफ्ते का वक्त गुजर गया। मां की हालत गंभीर हो गई। आनन-फानन मां को चंडीगढ़ स्थित निजी अस्पताल ले गए। वहां जांच रिपोर्ट डॉक्टरों के दिखाई। वहां के डॉक्टरों ने 75 फीसदी जांच को गैर जरूरी बताई।