आलमारियां तोड़ रिकॉर्ड कब्जे में लेने की तैयारी
एलडीए के निलम्बित लिपिक मुक्तेश्वर नाथ ओझा की आलमारियां तोड़ी जाएंगी। उसकी आलमारियों में रखी फाइलें एलडीए अपने कब्जे में लेगा। अफसरों के लगातार निर्देशों के बावजूद फाइलें न देने से नाराज प्राधिकरण...
एलडीए के निलम्बित लिपिक मुक्तेश्वर नाथ ओझा की आलमारियां तोड़ी जाएंगी। उसकी आलमारियों में रखी फाइलें एलडीए अपने कब्जे में लेगा। अफसरों के लगातार निर्देशों के बावजूद फाइलें न देने से नाराज प्राधिकरण सचिव जय शंकर दुबे ने शुक्रवार को बाबू की आलमारियों को तोड़कर फाइलें कब्जे में लेने का आदेश किया। इसे तोड़ने के लिए सचिव ने नजूल अधिकारी सीएल मिश्रा की अध्यक्षता में छह सदस्यीय कमेटी बनायी है।
एलडीए के लिपिक मुक्तेश्वर नाथ ओझा को करीब चार महीने पहले तत्कालीन उपाध्यक्ष ने सस्पेंड कर दिया था। इस बाबू ने गोमतीनगर के विराटखण्ड में अपनी पत्नी के नाम फर्जी तरीके से प्लाट आवंटित कर लिया था। दूसरे भूखण्डों में जमा रकम को उसने अपने पत्नी के नाम के भूखण्ड में जमा दिखा दिया था। जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टि होने के बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया था। उसे सस्पेंड हुए करीब चार महीने होने वाले हैं, लेकिन उसने अभी तक अपना चार्ज दूसरे बाबुओं को नहीं दिया। अधिकारियों ने लिखित व मौखिक रूप से उसे कई बार चार्ज देने का निर्देश दिया। इसके बावजूद चार्ज नहीं दिया। चार्ज न देने से आवंटियों की फाइलों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
लोग परेशान हैं। इसकी शिकायत लोग आए दिन आला अफसरों से कर रहे थे। अदालत से जुड़ी फाइलों पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। शुक्रवार को एलडीए सचिव जयशंकर दुबे ने ओझा की सभी फाइलों को तोड़कर उसमें रखी फाइलों को कब्जे में लेने का आदेश किया। इसके लिए उन्होंने नजूल अधिकारी सीएल मिश्रा की अध्यक्षता में कमेटी बना दी है। कमेटी में उप सचिव केके सिंह, उप सचिव अम्बी विष्ट, व्यवस्थाधिकारी अशोक पाल सिंह, कार्यालय अधीक्षक देवचन्द्र राम व अटल बिहारी तिवारी को भी शामिल किया गया है। आलमारियां तोड़ने जाने के दौरान बाबू राम कुमार त्रिपाठी, हरीशचन्द्र और जय श्रीप्रसाद को भी मौके पर मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है।