यूपी में 10 खरब रुपए की अर्थव्यवस्था बनने की ताकत: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि यूपी जैसे आपार संभावनाओं वाले राज्य में ट्रिलियन डॉलर (10 खरब रुपये) की अर्थव्यवस्था बनने की ताकत है। इसके लिए उत्पादन तो बढ़ाना होगा, साथ ही ब्रांडिंग पर...
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि यूपी जैसे आपार संभावनाओं वाले राज्य में ट्रिलियन डॉलर (10 खरब रुपये) की अर्थव्यवस्था बनने की ताकत है। इसके लिए उत्पादन तो बढ़ाना होगा, साथ ही ब्रांडिंग पर भी जोर देना होगा। राष्ट्रपति ने इस मौके पर 4095 परिवारों को 1006 करोड़ रुपये का ऋण बांटा। उन्होंने कहा कि आमतौर पर लोगों में कम मेहनत के काम और नौकरी की तरफ झुकाव देखा जाता है। हमें इस मानसिकता को बदलना होगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को यह बात इंदिरा प्रतिष्ठान में आयोजित एक जनपद-एक उत्पाद (ओडीओपी) समिट के उद्धाटन अवसर पर कही। उन्होंने इस योजना को मील का पत्थर बताते हुए कहा कि इससे युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे। युवाओं को इसका लाभ उठाने के लिए तत्पर रहना होगा। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि इस योजना से पांच वर्ष में 25 हजार करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी और करीब 25 लाख लोगों को रोजगार दिलाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि उत्तर प्रदेश के विकास के बिना भारत के विकास की कल्पना करना सही मायने में उचित नहीं है। जब उत्तर प्रदेश विकसित होगा, तभी भारत विकसित होगा। उत्तर प्रदेश प्रतिभा और संसाधनों से भरा प्रदेश है। इसमें विकास की सभी स्थितियां और उपकरण मौजूद हैं। बस, उन्हें तराशने की जरूरत है। इस दिशा में राज्य सरकार के प्रयास सराहनीय हैं।
राष्ट्रपति ने दिए सुझाव
राष्ट्रपति ने कहा कि देश के कुछ प्रमुख नगरों में यूपी के प्रमुख उत्पादों की 10-15 दिन की एक प्रदर्शनी होनी चाहिए। इसमें मेजबान राज्य के राज्यपाल या मुख्यमंत्री को आमंत्रित करके उत्पादों के प्रति जनता के आकर्षण को बढ़ाया जा सकता है। इसी तरह की प्रदर्शनी अगले साल इलाहाबाद में होने वाले कुम्भ मेले में लगनी चाहिए।
ओडीओपी योजना की सराहना
श्री कोविंद ने कहा कि ओडीओपी योजना में वो क्षमता है जिससे अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंच सकेगा । भारत में एमएसएमई उद्यम को अर्थ व्यवस्था का मेरूदंड माना जाता है। यह समावेशी विकास के इंजन हैं। कृषि क्षेत्र के बाद सबसे अधिक इन्ही उद्यमों में लोग रोजगार पाते हैं। देश के हस्तशिल्प उद्योग में प्रदेश का योगदान 44 प्रतिशत है। हस्तशिल्प, खाद्य प्रसंस्करण,इंजीनियरिंग उपकरण,कालीन,रेडीमेड कपडे, चर्म उत्पाद के जरिए विदेशी मुद्रा अर्जित करने के पयार्प्त अवसर इस प्रदेश में मौजूद हैं।
जंगल में नाचा मोर किसने देखा
राष्ट्रपति ने उत्पादों की ब्रांडिंग पर जोर देते हुए कहा कि अगर आप अपने उत्पादों की ब्रांडिंग करेंगे तो उत्पादकों और कारीगरों का उत्साहवर्द्धन होगा। उन्होंने जंगल में मोर नाचा किसने देखा की कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि घरेलू उत्पादों को इंटरनेशनल बाजार तक ले जाने के लिए सरकार का सहयोग जरूरी है। मोर को नाचते दिखाने के लिए आखिर चिड़ियाघर लाना ही पड़ता है। हमें विकसित देशों से सीखना है कि हाथ से बने समान से विदेशी मुद्रा की आमदनी कैसे हो सकती है ।
केन नदी के पत्थर भाये राष्ट्रपति को
राष्ट्रपति ने बताया कि प्रदर्शनी में उन्होंने बुंदेलखंड के बांदा की केन नदी के पत्थर देखे। इनकी छवि देखते ही बनती है । पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की बात याद करते हुए उन्होंने कहा कि वह कहते थे उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश है , जो इसकी खोज कर लेगा उसे पता चलेगा की उत्तर प्रदेश कितना संभावनाओं से भरा है। उत्तर प्रदेश से चुनाव जो लड़ता है उसे प्रधानमंत्री बनने का मौका मिलता है।