लाइब्रेरियन बहाल, प्रधानाचार्य के खिलाफ रिपोर्ट तैयार
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राजकीय पॉलीटेक्निक लखनऊ(जीपीएल) लाइब्रेरियन विनोद मिश्रा को निर्णायक समिति की हरी झंडी मिल गई, जिसके बाद वे बहाल हो गए हैं। प्रधानाचार्य की ओर से लगे झूठे आरोपों के खुलासे के बाद विनोद मिश्रा को निदेशक प्राविधिक शिक्षा आरसी राजपूत ने बीती पांच नवंबर को सीतापुर में तैनाती दे दी है। इतर, प्रधानाचार्य के खिलाफ रिपोर्ट तैयार हो गई है और समिति बनाकर निर्णय कर कार्रवाई की जाएगी।
आपके अपने लोकप्रिय अखबार हिन्दुतान ने ‘निदेशक को गुमराह कर लाइब्रेरियन को सस्पेंड कराया शीर्षक के साथ खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर का संज्ञान लेते हुए मात्र आधे घंटे में हुए चार्ज को देखते हुए और निर्णायक समिति के फैसला आने के बाद सस्पेंड जीपीएल लाइब्रेरियन विनोद मिश्रा बहाल कर दिए गए हैं।
जीपीएल में लाइब्रेरी नए सत्र की शुरुआत से ही बंद थी। मामला प्रकाश में आने पर जीपीएल प्रधानाचार्य ने सारी जिम्मेदारी लाइब्रेरियन विनोद मिश्रा पर डाल दी और निदेशक को गुमराह कर बीते 12 अक्टूबर को उन्हें सस्पेंड करा दिया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए निदेशक ने इसके बाद एक समिति बनाकर निर्णय लेने को कहा था, जिसने प्रधानाचार्य के आरोपों से सिरे से नकार दिया।
प्रधानाचार्य के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी
जीपीएल प्रधानाचार्य जानबेग लोनी ने अपनी लापरवाही और आपसी रंजिश निकालते हुए झूठे आरोपों में फंसा कर लाइब्रेरियन को सस्पेंड करा दिया था। लेकिन, अब निर्णायक समिति ने जानबेग लोनी के खिलाफ की रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें प्रधानाचार्य को दोषी बताया गया है। निदेशक आरसी राजपूत ने बताया कि प्रधानाचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इसके लिए समिति बनाकर निर्णय लिया जाएगा।