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चीनी उद्योग को प्रमुख सचिव की हिदायत- पर्यावरण की कीमत पर मुनाफा कमाना उचित नहीं

-कुम्भ मेले के दौरान प्रदूषण नियंत्रण के मानक पूरे न करने वाली चीनी मिलें बंद भी की जा सकती हैं-केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण...

चीनी उद्योग को प्रमुख सचिव की  हिदायत- पर्यावरण की कीमत पर मुनाफा कमाना उचित नहीं
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊMon, 22 Oct 2018 08:57 PM
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प्रदेश के प्रमुख सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय आर.भूसरेड्डी ने कहा है कि चीनी मिलों को इस बात का पूरा ध्यान रखना होगा कि पर्यावरण की कीमत पर मुनाफा नहीं कमाया जा सकता। उन्होंने चीनी मिलों से निकलने वाले प्रदूषित उत्प्रवाह को सही ढंग से निपटाने पर खासा जोर दिया।

श्री भूसरेड्डी ने ये बातें सोमवार को यहां गन्ना किसान संस्थान सभागार में गंगा प्रदूषण और चीनी मिलों के उत्प्रवाह पर आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहीं। कार्यशाला में प्रदेश की चीनी मिलों के प्रतिनिधियों के अलावा पर्यावरणविद भी शामिल हुए। श्री भूसरेड्डी ने उत्तर प्रदेश शुगर मिल्स एसोसिएशन (यूपी इस्मा) द्वारा आयोजित इस कार्यशाला की सराहना की। कहा, ऐसे आयोजन साल में चार बार होने चाहिए। उन्होंने प्रदूषण की समस्या को रेखांकित करते हुए कहा कि चीनी मिलों के प्रबंधन को जनस्वास्थ्य पर प्रदूषण के कुप्रभावों के प्रति हमेशा सचेत रहना होगा। कार्यशाला का विषय प्रवर्तन करते हुए पर्यावरणविद् डा.यशपाल ने कहा कि चीनी मिलों को प्रोसेसिंग टाइम, आनलाइन एप्लीकेशन में आने वाली दुश्वारियां, शीरे के भण्डारण, आनलाइन मानीटिरिंग सिस्टम, पानी के इस्तेमाल आदि कई ऐसे मुद्दे हैं जिन पर मिल प्रबंधन को सतत सतर्क रहना होगा। डीएससीएल चीनी मिल के प्रतिनिधि आर.एल.तामक ने चीनी मिलों से निकलने वाले उत्प्रवाह के मानकों से जुड़े कई मुद्दे उठाए। कहा, चीनी मिलों में इस्तेमाल होने वाले पानी के दोबारा इस्तेमाल पर भी गौर किया जाना चाहिए।

तो चीनी मिलें बंद भी की जा सकती हैं

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रतिनिधि डा.अजीत विद्यार्थी ने कहा कि आगामी कुम्भ मेले के दौरान उन चीनी मिलों को बंद भी किया जा सकता है जो प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का समुचित पालन नहीं करेंगी। उन्होंने संकेत दिये कि पर्यावरणीय नुकसान के मुआवजे की नयी व्यवस्था जल्द ही लागू कर दी जाएगी।

नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट कानपुर के प्रो.नरेन्द्र मोहन ने बताया कि कुम्भ मेले के दौरान खासतौर पर गंगा प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी निजी चीनी मिलों में टीमें भेजकर सभी सुरक्षा मानक सुनिश्चित किए जाएंगे। यूपी इस्मा के महासचिव दीपक गुप्तारा ने कहा कि कुम्भ मेले के दौरान चीनी मिलों के उत्प्रवाह से गंगा की स्वच्छता और निर्मलता बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। डालमिया शुगर मिल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंकज रस्तोगी और जी.के. ठाकुर आदि ने भी विचार व्यक्त किये।

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