‘कवि और लेखक राष्ट्र की धरोहर
लखनऊ हिंदुस्तान संवाद
लखनऊ। हिन्दुस्तान संवाद
ऐशबाग स्थित तुलसी शोध संस्थान में रविवार को श्री राम लीला समिति की ओर से साहित्यकार प्रमोद द्विवेदी 'प्रमोद' के काव्य संकलन 'विविध बावनी' का लोकार्पण किया गया। मुख्य अतिथि लखनऊ विश्वविद्यालय की भाषा विज्ञान की पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर उषा सिन्हा ने कहा कि कवि और लेखक राष्ट्र की धरोहर होते हैं। संस्थान के सचिव पंडित आदित्य द्विवेदी ने कहा कि प्रमोद के द्वारा इसके पूर्व लिखी गई आखिर आखर बोल उठे, कैसे कह दूं, अंतस का झरना, जीवन का मर्म एवं यथार्थ के मोती के बाद यह सातवीं कृति प्रकाशित की गई है। इस मौके पर तुलसी गोष्ठी के कवियों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं। समारोह में दूरदर्शन के निदेशक आत्म प्रकाश मिश्र, लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सूर्य प्रसाद दीक्षित, पंडित राम किशोर तिवारी, मयंक रंजन, हरिश्चंद्र अग्रवाल, डॉ सर्वेश अस्थाना, प्रमोद अग्रवाल व पंडित आदित्य द्विवेदी मौजूद रहे।