ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश लखनऊपादप प्रजातियों को उद्यानों से निकाल समाज के हर कोने में पहुंचाया जाए

पादप प्रजातियों को उद्यानों से निकाल समाज के हर कोने में पहुंचाया जाए

लखनऊ। निज संवाददाता

पादप प्रजातियों को उद्यानों से निकाल समाज के हर कोने में पहुंचाया जाए
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊMon, 02 Mar 2020 09:13 PM
ऐप पर पढ़ें

लखनऊ। निज संवाददाताविश्व की ज्ञात पादप प्रजातियों में से लगभग एक चौथाई को उद्यानों में संरक्षित किया चुका है। लेकिन मात्र उद्यानों में पौधों को रोपित करने से ही संरक्षण का उद्देश्य पूरा नहीं होता है। आज आवश्यकता इस बात की है कि इन पौधों को समाज के हर कोने तक पहुंचाया जाय। शिवाजी विश्वविद्यालय कोल्हापुर के वनस्पतिशास्त्र विभाग के प्रो. एसआर यादव ने सोमवार को ये विचार रखे। वह एनबीआरआई परिसर में संस्थापक प्रो. केएन कौल की स्मृति में वनस्पति उद्यानों की बदलती भूमिका विषय पर आयोजित व्याख्यान को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्रो. सोपोरी ने प्रोफेसर कैलाश नाथ कौल के विज्ञान क्षेत्र में किये गये महान कार्यों को याद किया। वैज्ञानिकों से प्रो. कौल के दूरदर्शी उद्देश्यों को पूरा करने का आह्नान भी किया। संस्थान के निदेशक प्रो. एसके बारिक ने अपने सम्बोधन में प्रो. कौल के योगदान का उल्लेख किया। बताया कि प्रो. कौल ने ही राष्ट्रीय वनस्पति उद्यान की वर्ष 1948 में स्थापना की जिसे बाद में वर्ष 1953 में राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान कर दिया गया। अंत में मुख्य वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद शिर्के ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें