भारी बारिश से धंसी जमीन, बहराइच-भिनगा फोरलेन पर कई जगह गड्ढे
बहराइच-श्रावस्ती हाइवे के कटने का संकट मंडरा रहा है। लगातार हो रही बारिश से हाइवे के नीचे से जमीन धंस रही है। हाइवे की पटरियां जगह-जगह जमींदोज हो गई हैं। हाइवे के कई जगह धंसने से रोड पर दरारें भी पड़...
बहराइच-श्रावस्ती हाइवे के कटने का संकट मंडरा रहा है। लगातार हो रही बारिश से हाइवे के नीचे से जमीन धंस रही है। हाइवे की पटरियां जगह-जगह जमींदोज हो गई हैं। हाइवे के कई जगह धंसने से रोड पर दरारें भी पड़ गई हैं। कई जगह सड़क लटक रही है। अनदेखी इसी तरह जारी रही तो दोनों जिलों के बीच वाहनों का आवागमन भी ठप हो सकता है।
अंतरराष्ट्रीय फलक पर दर्ज श्रावस्ती के जिला मुख्यालय भिनगा को बहराइच तक सफर सुहाना करने के लिए तत्कालीन सपा सरकार ने फोरलेन हाइवे निर्माण को मंजूरी दी थी। दोनों जिलों के बीच 39 किमी-हाइवे निर्माण के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए गए। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खुद 22 दिसम्बर 2015 को भिनगा से बहराइच तक सफर कर हाइवे का शुभारंभ किया था। लेकिन शुरुआत से ही हाइवे निर्माण की गुणवत्ता को लेकर विपक्षी पार्टियों की ओर से मानकों का हवाला देकर सवाल भी उठाए गए थे। डेढ़ साल में ही हाइवे की गुणवत्ता के दावे की पोल खुलने लगी है। एक सप्ताह से रुक-रुक हो रही बारिश के बीच 39 किमी के बीच हाइवे पर सिर्फ बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। जगह-जगह दरारें दिख रही हैं। ऐसे गड्ढे जिनकी मरम्मत करना इस समय आसान नहीं होगा।
रतनापुर से दिकौली की बीच तो कई जगह हाइवे के नीचे जमीन धंस गई है। जिससे सड़क ऊपर से लटक रही है। तकनीकी अफसरों की माने तो दोनों जिलों के बीच सुगम आवागमन ठप हो सकता है।
गड्ढों के किनारे खड़े होकर बाइकर्स ले रहे सेल्फी
हाइवे पर फर्राटा भरने वाले बाइकर्स के लिए बने गड्ढे सेल्फी लेने का जरिया बन गए हैं। बाइक पर खड़े होकर युवा आते-जाते सेल्फी खींचते देखे जा सकते हैं। इन युवाओं को देख कर अन्य लोगों की नजर हाइवे के गड्ढों पर पड़ती है। यही नहीं हाइवे की दुर्दशा सोशल मीडिया पर बयां हो रही है। इसके बावजूद अफसरान इधर से आंख मूंदे हुए हैं।
पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता आरके सोनवानी के मुताबिक बहराइच-भिनगा के बीच 39 किमी हाइवे जगह-जगह कट रहा है। कार्यदायी संस्था एसडीपीएल को कार्य करना है। संस्था की ओर से रिवाइज बजट शासन को भेजा गया है। जिससे वह कार्य कराने में दिलचस्पी नहीं ले रही है। हाइवे की देखरेख की जिम्मेदारी श्रावस्ती एक्सईएन आरसी राम की है।