पैरा शटलर शशांक के सपनों को मिले पंख
पैरों से लाचार पर बुलंद हौसले और जोश से भरे पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी शशांक कुमार के लिए यह साल उनके कॅरियर का टर्निंग प्वाइंट वाला था। उन्हें इस साल थाईलैण्ड में होने वाली अंतरराष्ट्रीय पैरा...
पैरों से लाचार पर बुलंद हौसले और जोश से भरे पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी शशांक कुमार के लिए यह साल उनके कॅरियर का टर्निंग प्वाइंट वाला था। उन्हें इस साल थाईलैण्ड में होने वाली अंतरराष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन प्रतियोगिता में हिस्सा लेना है। इसमें अगर वह हिस्सा नहीं लेंगे तो पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं बन पाएगी। पर थाईलैण्ड जाने के लिए उन्हें कम से कम एक लाख रुपए की जरूरत थी। यह उनके बस की बात नहीं थी। सो उन्होंने एक वीडियो सोशल मीडिया पर डाला। इसे देखकर आनंदी फ्रेण्ड्स क्लब ने शशांक की मदद को आगे आया और मंगलवार को एक लाख रुपए का चेक उन्हें सौंपा। चेक हासिल करते समय शशांक इतने खुश थे कि उनकी आंखे डबडबा गईं। यह चेक उन्हें आनंदी फ्रेण्ड्स क्लब के संयोजक राकेश अग्रवाल ने सौंपा।
बारांबकी के पैरा शटलर शशांक के पास बैडमिंटन की प्रैक्टिस के लिए अपनी व्हीलचेयर तक नहीं है। शशांक को लगता था कि पैसे की किल्लत उनके आगे बढ़ने में सबसे रोड़ा है। हमेशा यही सोचकर वह दु:खी हो जाते थे। पर हताश कभी नहीं हुए। हर दिन पूरी ऊर्जा के साथ वह विनयखण्ड गोमतीनगर स्टेडियम पहुंचकर ट्रेनिंग में जुट जाते है।
सात बार राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्तर प्रदेश की पैरा टीम का हिस्सा रह चुके शशांक को थाईलैंड में होने वाले अंतरराष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन ओपन टूर्नामेंट के में हिस्सा लेने के लिए शशांक को 70 हजार रुपए की जरूरत थी,लेकिन शशांक पाई-पाई को मोहताज थे। ऐसे में उन्होंने 11 मई कोअपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया। इसमें उन्होंने लिखा की उन्हें थाइलैंड में होने वाले पैरा टूर्नामेंट के लिए पैसो की जरूरत है। ऐसे में आनंदी फ्रेंडस क्लब ने शशांक के सपने को जीवंत रखने की पहल की। क्लब ने रहने खाने से लेकर खेल से जुड़े सभी प्रकार के संसाधन शशांक को मुहैया कराए।
शशांक को चार साल की उम्र में पोलियो हो गया था। इलाज के लिए उनके भाई उसे लखनऊ ले आए। पैसे के अभाव के कारण शशांक का इलाज ठीक से नहीं हो पाया। अन्य खिलाड़ियो से उधार की शटल और व्हीलचेयर लेकर उन्होंने अपने खेल को निखारा। लखनऊ के पैरा शटलर से उन्होंने शुरूआती ट्रेनिंग ली। इंडियन पैरा बैडमिंटन टीम के कोच गौरव खन्ना का मार्गदर्शन भी उन्हें लगातार मिल रहा है।
इस मौके पर आनंदी फ्रेण्ड्स क्लब के संयोजक राजेश अग्रवाल ने बताया कि जरूरतमंदों की मदद करना उनके ग्रुप का मकसद है। सिर्फ खेल ही नहीं अन्य क्षेत्रों में भी जरूरतमंदों की मदद करने के लिए उनका ग्रुप आगे आएगा।