ओजोन परत संरक्षण हम सब की जिम्मेदारी
लखनऊ। प्रमुख संवाददाता
लखनऊ। प्रमुख संवाददाता
ओजोन परत संरक्षण हम सब की जिम्मेदारी है। ज्यादा से ज्यादा पौधे लागने के साथ एसी, रेफ्रिजरेटर का कम इस्तेमाल व न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन करना होगा। यह सभी की सहभागिता से ही संभव है। यह बात रविवार को अन्तरराष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस पर आयोजित जन जागरूकता कार्यक्रम में वक्ताओं ने कही।
फ्रिज से निकलने वाली ओजोन पहुंचा रही नुकसान
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा व इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) के सहयोग से विभूतिखण्ड स्थित आईआईए भवन में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्रीय अधिकारी डा. राम करन ने कहा कि एसी व रेफ्रिजरेटर से निकलने वाली गैस ओजन परत को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा रही है। फोम वाले गद्दे बनाने में जो धुआं व गैस निकल रही है वह ओजोन परत को ध्वस्त कर रही है। फोम वाले गद्दे स्वास्थ्य के लिए भी ठीक नहीं है। लोगों को इसके स्थान पर रुई वाले गद्दों का इस्तेमाल करना चाहिए। उप श्रम आयुक्त एसके शुक्त ने कहा कि पॉलिथीन के कैरी बैग के स्थान पर लोगों को कपड़े या जूट के बैग का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसे बनाने व नष्ट करने में पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ओजोन परत को संरक्षित करने के लिए सभी को अपने जीवन काल में कम से कम पांच पौधे जरूरत लगाना चाहिए। पौधे ही पर्यावरण को संतुलित बना सकते हैं।
हर वर्ष पौधारोपण से बचाव का प्रयास
आईआईए के चेयरमैन सूर्य प्रकाश हदेलिया ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए उनकी संस्था हर वर्ष पौधा रोपण कार्यक्रम आयोजित कर रही है। विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में 11 हजार पौधे रोपित किए जा चुके हैं। इसके अलावा लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। पर्यावरण के पूर्व निदेशक ओपी वर्मा ने कहा ओजान परत संरक्षण के वैज्ञानिक पहलुओं की जानकारी दी। इस मौके पर सहायक पर्यावरण अभियंता ऋतेश कुमार तिवारी, चन्द्रेश कुमार, वैज्ञानिक सहायक रज्जन त्रिपाठी केके चौधरी आदि मौजूद रहे।