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नहीं खर्च हो पाया बजट का पैसा

विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में विपक्षी दलों ने खराब कानून-व्यवस्था व आर्थिक बदहाली का सवाल उठा कर घेरा। वहीं सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ व सरकार की योजनाओं की...

नहीं खर्च हो पाया बजट का पैसा
विशेष संवाददाता,लखनऊTue, 13 Feb 2018 08:19 PM
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विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में विपक्षी दलों ने खराब कानून-व्यवस्था व आर्थिक बदहाली का सवाल उठा कर घेरा। वहीं सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ व सरकार की योजनाओं की सराहना की। 
विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के बाद विपक्षी दलों ने पहले नियम-56 के तहत तमाम मुद्दा उठाना चाहा, पर अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि दो दिन हो गए लेकिन अभी तक राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू नहीं हो सकी है। इसलिए अब इस पर चर्चा शुरू हो जानी चाहिए। विपक्षी दल इससे सहमत नहीं हुए। एक सदस्य राकेश प्रताप सिंह तो अपनी बात कहने वेल में आ गये। अध्यक्ष ने कहा कि वेल में आकर सदन का एजेंडा तय नहीं हो सकता है। केवल कुछ सदस्य सदन की इच्छा का अपमान नहीं कर सकते। 
बजट का पैसा नहीं खर्च हो सका : बसपा विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू करते हुए कहा कि भाजपा सरकार केवल भाषण व घोषणा करने का ही काम करती है। इन पर अमल के लिए ठोस काम नहीं करती। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों कमी आने के बजाए बढ़ोतरी हो गई है। उन्होंने पुलिस एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि सीएम का यह कहना उचित नहीं है कि बंदूक का जवाब बंदूक से दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा बजट की बड़ी रकम अभी खर्च नहीं हो पायी है। जनवरी तक तय राजस्व वसूली के लक्ष्य में अभी तक बीस हजार करोड़ रुपये की कमी है। कृषि विभाग को 36,687 करोड़ रुपये खर्च करने थे लेकिन 9 फरवरी तक 20,403 करोड़ रुपये ही खर्च हुये थे। महिला एवं बाल विकास विभाग में 6602 करोड़ में 2859 करोड़ रुपये ही खर्च हो पाये थे। जिला योजना का भी पैसा नहीं खर्च हो पाया। 
साल भर में ही सरकार की पोल खुल गई : कांग्रेस के अजय कुमार लल्लू ने कहा कि साल भर में ही भाजपा सरकार की पोल खुल गई है। सरकार ने आजमगढ़ की जहरीली शराब कांड से सबक नहीं लिया और बाराबंकी में जहरीली शराब कांड हो गया। सरकार कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चलाए। उन्होंने कहा सरकार एक ओर उद्योगपतियों के लिए जमीन की व्यवस्था करा रही है और दूसरी ओर गरीब लोगों को भूमि माफिया बता कर उन्हें जमीन से बेदखल किया जा रहा है। 
भगवा पर नोकझोंक : सपा के नीतिन अग्रवाल ने कहा कि सरकार भगवा को बढ़ावा दे रही है जो आतंकवाद का प्रतीक बन रहा है। इस पर गन्ना मंत्री  सुरेश राणा ने तीखा प्रतिवाद करते हुए कहा कि विपक्षी सदस्य भगवा के बारे में कुछ नहीं जानते हैं। उन्हें पहले इसके बारे में जानकारी रखनी चाहिए, इसके बाद बोलना चाहिए। 

 

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