- चारबाग में गुजरात से आई तीन स्पेशल ट्रेनों से करीब चार हज़ार यात्री पहुंचे लखनऊ। निज संवाददाता पूरे देश से श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने के लिए रेलवे और प्रदेश सरकारें मिलकर श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रही हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में ही लगातार ट्रेनों के आने का सिलसिला जारी है। दो व पांच ट्रेनों को रोजाना चारबाग और लखनऊ जंक्शन स्टेशन पर लाकर सभी मजदूरों को कुछ दिनों में घर नहीं पहुंचाया जा सकता। ऐसे में कुल पांच लाख फंसे श्रमिक व लोगों को इन दोनों ही स्टेशनों पर लाया जाए तो रेलवे को कम से कम 130 दिन लगेंगे। इसको लेकर उत्तर रेलवे ने अपने लखनऊ मंडल में करीब 12 स्टेशनों को खोल दिया है। जहां पर मज़दूर व लोगों को लाना शुरू कर दिया गया है। रेल अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक अधिक से अधिक ट्रेनों को चलाकर प्रदेशों में फंसे हुए श्रमिक और लोगों को लाने के मंडल के बाराबंकी, रायबरेली, फैज़ाबाद समेत 12 स्टेशनों पर ट्रेनें लाना शुरू कर दी गयी है। इससे जल्द से जल्द लोगों को उनके घरों तक लाया जा सकेगा। इसके अलावा पूर्वोत्तर रेलवे ने भी अपने लखनऊ जंक्शन और गोरखपुर स्टेशन के अलावा सीतापुर जैसे स्टेशनों पर भी ट्रेनें लाने का निर्णय किया है। - गुजरात की तीन ट्रेनों से आये 3964 कामगार बुधवार को चारबाग रेलवे स्टेशन और लखनऊ जंक्शन पर आने वाली तीनों ट्रेनें देरी से आईं। गुजरात के आणंद से आने वाली पहली ट्रेन चारबाग स्टेशन पर सुबह 7.55 की जगह 9.06 बजे आयी जिससे 1352 श्रमिक व लोग पहुंचे। इसके लोगों की जांच कर बसों से रवाना करने के बाद चारबाग पर दूसरी ट्रेन को लाया गया। यह ट्रेन विरंगम जंक्शन से सुबह 10.55 की जगह दोपहर 1.10 बजे आई जिससे 1259 लोग आए। वहीं लखनऊ जंक्शन पर वडोदरा से दोपहर एक बजे आने वाली ट्रेन को रास्ते मे रोककर करीब डेढ़ घंटे की देरी से 2.22 बजे लाया गया जिससे 1353 लोग आए। तीनों ट्रेनों से कुल 3964 यात्री चारबाग और लखनऊ जंक्शन पहुंचे। - बसों की तैयारी न होने से जंक्शन पर आधा घंटा फंसे यात्री लखनऊ जंक्शन पर बुधवार गुजरात के वडोदरा से आने वाली ट्रेन पहले ही डेढ़ घंटे देरी से आई ऊपर से बसों की तैयारी न होने चलते ट्रेन से आये श्रमिक व लोग स्टेशन पर उतर कर वहीं फंस गए। करीब आधे घंटे लोगों को लाइन में ही खड़े रहना पड़ गया। दरअसल, वडोदरा से आई ट्रेन से पहले चारबाग पर उतरे लोग बसों से रवाना नहीं हो सके। उधर, परिवहन निगम जंक्शन पर आए लोगो को ले जाने के लिए बसों में क्रम संख्या नहीं चस्पा हो पाई इससे स्टेशन पर थर्मल स्कैनिंग कर लोगों को निकालने का काम रोक दिया गया। करीब आधे घंटे बाद सब सामान्य हो पाया जिसके बाद धीरे धीरे स्कैनिंग कर सोशल डिस्टेंसिन्ग का पालन कराते हुए लोगों को बसों की ओर रवाना किया गया।
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