नितिन गडकरी की घोषणाएं
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को यहां सड़क निर्माण में नई तकनीक विषय पर आयोजित लखनऊ कान्फ्रेंस के उदघाटन सत्र और इसके बाद अपनी प्रेस कान्फ्रेंस में यूपी के लिए कई...
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को लखनऊ में सड़क निर्माण में नई तकनीक विषय पर आयोजित लखनऊ कान्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र और इसके बाद प्रेस कान्फ्रेंस में यूपी के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।-बुन्देलखण्ड में केन-बेतवा सिंचाई परियोजना बहुत दिनों से रूकी है। अब इस पर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सहमति बन गई है। अगले तीन महीने के भीतर भूमि पूजन कर इस परियोजना का काम पूरा करने की शुरुआत होगी।- दिल्ली से मेरठ एक्सप्रेसवे हाईवे 14 लेन का बना है। दिल्ली से मेरठ केवल 40 मिनट में पहुंचा जा सकेगा। 26 जनवरी को इस एक्सप्रेस हाईवे का उद्घाटन होगा।-दिल्ली से डासना, डासना से कानपुर, कानपुर से लखनऊ एक्सप्रेस हाइवे का निर्माण कार्य जारी है। इस परियोजना को निर्धारित अवधि में ही पूरा किया जाएगा।-लखनऊ से कानपुर एक्सप्रेस हाइवे का अगले तीन महीनों में भूमि पूजन कर कार्य आरम्भ होगा। -वाराणसी से हल्दिया 1680 कि.मी.जलमार्ग परियोजना की शुरूआत हो चुकी है। तीन हजार करोड़ की लागत से इस परियोजना में 40 टर्मिनल बनेंगे। रिवर ट्रैफिक कण्ट्रोल सिस्टम विकसित होगा। -इस परियोजना पर नब्बे फीसदी काम शुरू हो चुका है। दिसम्बर 2018 तक इसे पूरा किया जाएगा। इस परियोजना के पूरे होने पर जलमार्ग से नेपाल, बंगलादेश और म्यांमार तक आवागमन संभव हो सकेगा।-पांच हजार करोड़ रुपये की विश्वबैंक पोषित परियोजना के पूरा होने पर खाद्य तेल सस्ता हो जाएगा। - इलाहाबाद के फाफामऊ पुल के निर्माण के लिए अगले डेढ़ महीने में भूमि पूजन कर काम शुरू करवा दिया जाएगा।-पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए भूमि अधिग्रहण उ.प्र.सरकार को करना है, केन्द्र इस परियोजना में पूरी मदद करने को तैयार है।-मार्च 2019 से पहले गंगा की सफाई के सभी प्रोजेक्ट पूरे करने का लक्ष्य। ----------नितिन गडकरी की सलाह-उ.प्र. के अपर मुख्य सचिव लोनिवि आईआईटी के विशेषज्ञों व शोधकर्ताओं की एक कमेटी बनवाएं। ताकि इस कमेटी के संरक्षण में अफसर त्वरित निर्णय ले सकें। सड़क निर्माण में नए अविष्कारों और शोध को प्रोत्साहित करें और ठेकेदारों से इन अविष्कारों व शोध से विकसित नई तकनीक को अपनाने के लिए कहें।-वाटर ट्रांसपोर्ट, इलेक्ट्रानिक ट्रांसपोर्ट और बायोफ्यूल पर राज्यों के लोनिवि मंत्री ध्यान दे।-प्रदेश के गन्ना उत्पादक किसान गन्ने की खोई से बिजली उत्पादन और एथानाल से वाहनों के ईंधन में और ज्यादा योगदान कर सकते हैं। इसे प्रोत्साहन मिलना चाहिए।-अगर उ.प्र. की बसें एथानाल और बिजली से चलने लगें तो बहुत अच्छा रहेगा।-उ.प्र. के मुख्यमंत्री मेट्रो के बजाए छोटे-छोटे शहरों में सिंगिल टावर पर हवा में चलने वाली बसें चलवाएं। -