जीवनशैली में सुधार कर बांझपन से बच सकती हैं महिलाएं
बांझपन की परेशानी तेजी से बढ़ रही है। इसके कई कारण है। अधिक उम्र में ब्याह भी बढ़ी वजह है। बेढंगी जीवनशैली भी बांझपन का कारण है। 20 प्रतिशत महिलाएं बांझपन का शिकार हैं। यह जानकारी मंगलवार को डॉ. आंचल...
बांझपन की परेशानी तेजी से बढ़ रही है। इसके कई कारण है। अधिक उम्र में ब्याह भी बढ़ी वजह है। बेढंगी जीवनशैली भी बांझपन का कारण है। 20 प्रतिशत महिलाएं बांझपन का शिकार हैं। यह जानकारी मंगलवार को डॉ. आंचल गर्ग ने दी।
डॉ. आंचल गर्ग ने बताया कि बांझपन के लिए सिर्फ महिला ही जिम्मेदार नहीं हैं। पुरुष भी बांझपन का एक कारण हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि अनचाहे गर्भ से बचने के लिए महिलाएं तमाम तरह की गोलियां खाती हैं। वह भी बिना डॉक्टर की सलाह के। लंबे समय तक गर्भ निरोधक दवाओं का सेवन घातक है। इससे बचना चाहिए। डॉक्टर की सलाह पर ही गर्भ निरोधक गोलियां लें। इसके अलावा जीवनशैली में सुधार कर बांझपन के खतरों में कमी ला सकते हैं। महिलाएं वजन में कमी लाएं। मोटी महिलाओं में बांझपन की समस्या अधिक देखने को मिलती है।
उन्होंने बताया कि शराब, धूम्रपान, नशीले पदार्थ का सेवन व स्टेरॉयड्स का सेवन से पुरुषों में तमाम तरह की परेशानी आ जाती है। इससे बचे। उन्होंने बताया कि टेस्ट ट्यूब तकनीक (आईवीएफ) से घर में किलकारी गूंज रही है। आईवीएफ की सफलता दर महिला की आयु पर निर्भर करती है। टेस्ट ट्यूब तकनीक से इलाज के लिए महिलाओं को अधिक इंतजार नहीं करना चाहिए।