लिम्ब सेंटर की लिफ्ट में 20 मिनट फंसा रहा मरीज
800 करोड़ रुपये के बजट के बावजूद केजीएमयू की लिफ्ट व्यवस्था सुधार नहीं रही है। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। बदहाल लिफ्ट में आए दिन मरीजों के फंसने की घटनाएं हो रही हैं। मंगलवार को लिंब...
800 करोड़ रुपये के बजट के बावजूद केजीएमयू की लिफ्ट व्यवस्था सुधार नहीं रही है। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। बदहाल लिफ्ट में आए दिन मरीजों के फंसने की घटनाएं हो रही हैं। मंगलवार को लिंब सेंटर में मरीज फंस गया। कर्मचारियों एवं तीमारदारों ने किसी तरह 20 मिनट बाद उसे बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की।
केजीएमयू में कुल 95 लिफ्ट लगी हैं। 60 प्रतिशत लिफ्ट पुरानी हो चुकी हैं। सभी लिफ्ट में कर्मचारी होने चाहिए। इसके बावजूद केजीएमयू में कर्मचारी तैनात नहीं हैं। तीमारदार खुद मरीजों को लिफ्ट से ले जाने को मजबूर हैं। लिंब सेंटर की ओपीडी के सामने लगी लिफ्ट से हरदोई निवासी पंकज फिजियोथेरैपी विभाग जा रहा था। लिफ्ट अचानक फंस गई। करीब पांच मिनट इंतजार के बाद वह चिल्लाने लगा। वहां मौजूद तीमारदार और अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे। मशक्कत के बाद लिफ्ट को खोला गया। तब जाकर मरीज को बाहर निकाला गया।